हाल ही में अपराध का एक मामला कानपुर से सामने आया है। इस मामले में GSVM मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष की लापता छात्रा की चप्पलें गंगा में उतराई मिलने के बाद पुलिस के गोताखोरों के लगातार मशक्कत के बाद शाम को शुक्लागंज में गंगा में छात्रा का शव ढूँढ निकाला है। जी हाँ, इस मामले में छात्रा के माता-पिता और मेडिकल छात्र भी गंगा बैराज पर ही मौजूद रहे और पुलिस ने अमृता की सीडीआर भी मांगी है,ताकि पता चल सके कि उसकी किस-किस से बात हुई।
मिली जानकारी के मुताबिक मूल रूप से जालौन के जुगराजपुरा निवासी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के इंजीनियर रामसनेही सिंह की छोटी बेटी अमृता मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष की छात्रा है और उसकी हॉस्टल रूम पार्टनर अनुषी ने बताया कि, ”गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे अमृता निकली थी। काफी देर तक नहीं लौटने पर कॉल किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इस पर उसने साथी छात्राओं से चर्चा करने के साथ ही खोजबीन शुरू कर दी। खोजते हुए गंगा बैराज पर पहुंची तो 17 नंबर गेट के पास उसकी स्कूटी खड़ी मिली। स्कूटी की डिक्की में पर्स और मोबाइल पाया गया था।”
वहीं अनहोनी में पुलिस ने गुरुवार रात में ही गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू कर दी थी और ज्यादा रात हो जाने के कारण काम रोक दिया गया था। वहीं बीते शुक्रवार की सुबह फिर से छात्रा की तलाश शुरू हुई तो गेट नंबर 22 के पास छात्रा की चप्पलें उतराईं मिली। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में वहां मौजूद मेडिकल छात्रों ने गंगा बैराज पहुंच कर हंगामा करना शुरु कर दिया और काफी समय की मशक्कत के बाद गोताखोरो ने शाम को छात्रा का शव बरामद कर लिया है। इस मामले में पुलिस छात्रा के इस कदम के पीछे के कारणों का पता लगाने में लगी हुई है।