गणतंत्र दिवस परेड 2020 के मुख्य अतिथि, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो राष्ट्रपति भवन पहुंचे। यहां उनका औपचारिक स्वागत हुआ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने उनका यहां स्वागत किया। इससे पहले उन्होंने आज विदेशमंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश समेत अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने में चर्चा हुई।
बोलसोनारो आज राष्ट्रपति कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और से भी मुलाकात करने वाले हैं। भारत और ब्राजील के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता के बाद तेल और गैस, खनन और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए 15 समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे।
अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को, पीएम मोदी और बोलसनारो दोनों देशों के बीच पहले से ही करीबी और रणनीतिक संबंधों को फिर से मजबूत करने के उद्देश्य से व्यापक वार्ता करेंगे। बोलसनारो शुक्रवार को अपनी बेटी लॉरा बोलसनारो, बहू लेटिसिया फर्मो, आठ मंत्री, ब्राजील की संसद के चार सदस्य और एक बड़े व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत पहुंचे।
अक्षरधाम मंदिर का दौरा
भारत पहुंचने के कुछ घंटे बाद, बोलसनारो ने अधिकारियों के साथ अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया। लैटिन अमेरिका का सबसे बड़ा देश ब्राजील के साथ भारत के संबंध पिछले कुछ वर्षों में उथल-पुथल भरे रहे हैं। देश की आबादी 210 मिलियन है और इकोनॉमी 1.8 मिलियन अमरीकी डॉलर की है।
15 समझौतों पर हस्ताक्षर
उन्होंने कहा कि वार्ता के बाद, दोनों पक्ष 15 समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसमें एक निवेश सहयोग और सुविधा संधि, सामाजिक सुरक्षा, आपराधिक मामलों में आपसी कानूनी सहायता और बायोएनेर्जी में सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन शामिल होगा। साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य व चिकित्सा, तेल व प्राकृतिक गैस, भूविज्ञान व खनन व वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्रों में सहयोग के लिए अलग-अलग समझौते पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे।
बोलसनारो की यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) विजय ठाकुर सिंह ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रपति बोलसनारो की यात्रा एक अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह हमारी रणनीतिक साझेदारी को फिर से सक्रिय करने और इसे एक केंद्रित तरीके से आगे ले जाने का अवसर होगा। बता दें सेना के एक पूर्व कैप्टन बोलसनारो ने अक्टूबर 2018 में ब्राजील के राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत हासिल की और पिछले साल जनवरी में देश की बागडोर संभाली।