प्रदेश में पूर्व और सेवारत सैनिकों को गृह कर से राहत मिलेगी। उन्हें राज्य में एक मकान के लिए गृह कर में पूर्ण रूप से छूट दी जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सैनिक कल्याण निदेशक को इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड सैनिक बहुल प्रदेश है। राज्य में तकरीबन पांच लाख सैनिक और पूर्व सैनिक परिवार निवास कर रहे हैं। सरकार ने इन्हें गृह कर में राहत देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को सचिवालय में इस संबंध में बैठक की। सैनिकों को राहत देने के साथ ही बैठक में नगर निकायों के वित्तीय संसाधन बढ़ाने पर जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने निकायों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयास करने के निर्देश भी दिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, वित्त सचिव अमित नेगी, शहरी विकास सचिव शैलेश बगोली, सौजन्या, नगर आयुक्त विनयशंकर पांडे, अपर सचिव प्रदीप रावत, सैनिक कल्याण निदेशक केवी चंद मौजूद थे।
उत्तराखंड में होगी गंगा समिति की बैठक
राष्ट्रीय गंगा समिति की अगली बैठक उत्तराखंड में होगी। यह बैठक ऋषिकेश अथवा हरिद्वार में आयोजित की जाएगी। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की भी संभावना है। गुरुवार को मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बीते सप्ताह उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में मुलाकात हुई थी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने उनसे राष्ट्रीय गंगा समिति की बैठक उत्तराखंड में आयोजित कराने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही गंगा समिति की बैठक उत्तराखंड में आयोजित कराई जाएगी। इसके लिए बैठक की जगह का चयन कर लिया जाएगा।
एक से सात मार्च तक होगा योग महोत्सव
योग नगरी ऋषिकेश में एक मार्च से लेकर सात मार्च तक योग महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश विदेश के योगाचार्यों को आमंत्रित किया जाएगा। गुरुवार को विधानसभा में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने योग महोत्सव-2020 के संबंध में बैठक की। इस दौरान उन्होंने योग महोत्सव की तैयारियां समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योग का देश-विदेश में प्रचार करने के लिए प्रतिवर्ष इस महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस बार महोत्सव का मुख्य आकर्षण पंडितराज जगन्नाथ द्वारा लिखित गंगा लहरी का गायन होगा। योग महोत्सव में स्वस्थ्य जीवन, वैदिक जीवन और योगिक जीवन पर विशेष फोकस रखा जाएगा। बैठक में जीएमवीएन की महाप्रबंधक ईवा आशीष और संयुक्त निदेशक विवेक चौहान भी मौजूद थे।