- प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं और कानून व्यवस्था का बुरा हाल है.
- राजभवन के निकट ही लूट और हत्या की वारदातें होने लगी हैं.
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष विधानसभा रामगोविंद चौधरी ने कहा कि भाजपा राज में हत्या, लूट, अपहरण की घटनाएं रोजमर्रा की बात हो गई हैं। अपराधी बेखौफ हैं और कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है। दिन दहाड़े हो रही घटनाओं पर नियंत्रण में शासन-प्रशासन पूरी तरह अक्षम साबित हो गया है। महामहिम राज्यपाल अक्सर कहते हैं कि कानून-व्यवस्था में सुधार की जरूरत हैं लेकिन अब सुधार की जगह राजभवन के निकट ही लूट और हत्या की वारदातें होने लगी हैं।
राजभवन के निकट एक कैश वैन से 20 लाख रूपए लूट लिए गए। उसके ड्राईवर को गोली मार दी गई। समय पर एम्बूलेंस न पहुंचने के कारण उसकी मौत हो गयी। उसका दूसरा सहयोगी बुरी तरह घायल हो गया। जिस क्षेत्र में घटना हुई वहां आस-पास कई कार्यालय हैं और लोग आते-जाते रहते है। यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पूर्व भी कई लूट हो चुकी हैं और हत्याएं भी हो चुकी है। फिर भी कोई सबक नहीं सीखा गया। चेन लूट तो रोज की बात है।
समाजवादी सरकार में अपराध नियंत्रण के लिए यूपी 100 डायल पुलिस व्यवस्था की गई थी जो बदहाली में है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए 1090 सेवा थी उसे भी निष्क्रिय कर दिया गया। वर्तमान भाजपा राज में अब शोहदों के डर से कितनी ही छात्राओं ने स्कूल- कालेज जाना छोड़ दिया है। कुछ ने तो लोक लाज के चलते आत्महत्या तक कर ली।
बढ़ते अपराधों के चलते प्रदेश में कौन निवेश करने या उद्योग लगाने का इरादा करेगा। भाजपा ने प्रदेश के विकास को अवरूद्ध कर दिया है और अपराधों के विकास में निवेश करना शुरू कर दिया है।
नेता प्रतिपक्ष विधानसभा रामगोविंद चौधरी ने कहा जनपद प्रतापगढ़ में रंगदारी न देने पर दो व्यापारियों की सरेआम गोलीमार कर हत्या कर दी गई। चौधरी ने कहा कि प्रतापगढ़ में जहां एक ओर दुकान में बैठे दो सगे व्यापारी भाईयों की गोलियों से भून दिया गया वहीं राजधानी लखनऊ में ही कृष्णानगर में एक सिपाही को बदमांशों ने गोली मार दिया। सुस्त कानून व्यवस्था की वजह से अपराधियों के हौसले बढ़ गये हैं। नोएडा में बच्ची से बलात्कार, अम्बेडकरनगर में किशोरी का अपहरण एवं दुराचार जैसी घटनाएं आम हो गयी हैं। शासन-प्रशासन का रवैया उदासीन है। आम जनता की जान-माल की सुरक्षा करने में प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह फेल हो गयी है।
नेता प्रतिपक्ष विधानसभा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता भय और अराजकता के वातावरण में जीवन जीने को विवश है। प्रदेश का कोई कोना सुरक्षित नहीं रह गया है। उत्तर प्रदेश में जंगलराज व्याप्त है। व्यापारियों की दिन दहाड़े हत्या, महिलाओं और मासूम बच्चियों के साथ हिंसा, बलात्कार सहित अपराध की अनेक घटनायें ध्वस्त कानून व्यवस्था का उदाहरण है। भाजपा राज में बेटी बचाओं का नारा मजाक बन कर रह गया है।
रामगोविंद चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र में निर्वाचित सरकार की यह जिम्मेदारी होती है कि जनता के मन में कानून के प्रति विश्वास बना रहे, लेकिन भाजपा यह सुनिश्चित करने में असफल हो गयी है। भाजपा किसी भी प्रकार सत्ता हासिल करना जानती है। इसके लिए आम जनता की समस्याओं से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में हत्या, लूट, भ्रष्टाचार, डकैती, हिंसा, बलात्कार जैसी घटनाओं की बाढ़ आ गयी है।
उन्होंने ने कहा कि पुलिस व्यवस्था की बेहतरी और प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज कायम करने के लिये समाजवादी सरकार में 1090 वूमेेन पावर लाइन तथा यूपी 100 डायल सहित पुलिस के आधुनिकीकरण जैसे अनेक महत्वपूर्ण कार्य हुये थे। लेकिन उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने इस व्यवस्था को कमजोर और प्रभावहीन बना दिया है। यही वजह है कि अपराध की बढ़ोतरी के आंकड़ों में उत्तर प्रदेश आगे है। इसके बाद भी सरकार सच्चाई से इतर प्रदेश में अपराधमुक्त होने का झूठा दावा कर रही है। विगत 16 माह से घटित घटनाओं के कारण उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का संकट पैदा हो गया है। क्या 16 माह और 75 जनपदों में मुख्यमंत्री जी के दौरों की यहीं उपलब्धि है?