घोषित था 25 लाख रुपये का इनाम
सुकमा : नक्सली हमले के मास्टर माइंड पापा राव की मौत होने की सूचना मिली है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नक्सली संगठन और पुलिस की ओर से अभी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि पापा राव चार दिन से अपने ससुराल सरपंचपारा आया था। वह किडनी की बीमारी से ग्रसित था, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। हालांकि इससे पहले भी सर्पदंश से पापाराव की मौत की खबर सामने आई थी, जो बाद में गलत साबित हुई थी। नक्सलियों के बड़े लीडर रमन्ना की मौत के बाद उसके राइट हैंड कहे जाने वाले पापा राव की भी मौत की सूचना यदि सही साबित होती है तो इसके बाद नक्सली संगठन में बड़े नक्सलियों में गिने चुने ही लीडर बचते हैं, जो पुलिस कैडर की डर से बिलों में छिपे हैं। पापा राव ताड़मेटला में हुए नक्सली हमले का मास्टरमाइंड है। इस हमले में 76 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। हालांकि पापाराव की मौत की पुलिस पुष्टि नहीं कर रही है। सुकमा एसपी शलभ सिन्हा का कहना है कि पुलिस को भी ऐसी सूचना मिली है। इसके बावजूद अभी कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगी, जब तक पुख्ता सूचना न मिल जाये।
पापा राव सुकमा जिले के किस्टाराम थाना क्षेत्र के निर्मलगुड़ा गांव का रहने वाला था। बस्तर में 2010 के बाद हुई ज्यादातर बड़ी नक्सल वारदात में वह शामिल रहा है। वह नक्सलियों की स्पेशल जोनल कमेटी का मेंबर था तथा रमन्ना का राइट हैंड माना जाता था। पापाराव पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 25 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। अप्रैल 2010 में हुए ताड़मेटला हमले का मास्टरमाइंड पापा राव राव ही था, जिसमें 76 जवान शहीद हो गए थे।