नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा के 48वें स्थापना दिवस के मौके पर बधाई दी और उनके निरंतर प्रगति की कामना की। पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम 1971 के तहत तीनों राज्यों को 21 जनवरी 1972 को अलग राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संदेश में कहा, स्थापना दिवस के अवसर पर मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा के लोगों को शुभकामनाएं। इन खूबसूरत राज्यों के सभी निवासियों को उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा, मेघालय, मणिपुर तथा त्रिपुरा के राज्य स्थापना दिवस पर इन प्रदेशों के निवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं। हमारे देश के पूर्वोत्तर अंचल को विस्तृत विहंगम प्रकृति के रमणीय सौंदर्य का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि यहां के निवासियों की सृजनात्मकता उनके पारंपरिक शिल्प, संगीत और संस्कृति में झलकती है जिसने भारत की सांस्कृतिक विविधता को और समृद्ध किया है। देश के अन्य प्रांत इस क्षेत्र के प्राकृतिक जैविक कृषि, रेशम उद्योग, बागवानी, हथकरघा, हस्तशिल्प के विषय में बहुत कुछ सीख सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र देश की एकता और सुरक्षा की दृष्टि से विशेष महत्वपूर्ण है। मुझे हर्ष है कि इस क्षेत्र के इंफ्रास्ट्रक्चर तथा सामाजिक आर्थिक विकास के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। मैं इन प्रदेशों के नागरिकों के भावी जीवन में शिक्षा, स्वास्थ्य, शांति तथा समृद्धि की हार्दिक कामना करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ट्वीट संदेश में कहा, मणिपुर के राज्य दिवस पर, अद्भुत राज्य के लोगों को मेरा अभिवादन। मणिपुर अपनी जीवंत संस्कृति के लिए जाना जाता है। मणिपुर के लोगों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है। आने वाले वर्षों में राज्य की प्रगति की कामना करता हूं। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, मेघालय के लोगों को उनके राज्य दिवस की शुभकामनाएं। मेघालय के लोग अपनी दयालु और करुणामय प्रकृति के लिए जाने जाते हैं। खेल, संगीत से लेकर प्रकृति के संरक्षण तक इनसे बहुत कुछ सीखने को है। आने वाले वर्षों में मेघालय के विकास की कामना करता हूं। मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, त्रिपुरा की मेरी बहनों और भाइयों को राज्य दिवस की बधाई। हमें त्रिपुरा की अनुकरणीय परंपराओं और राष्ट्रीय विकास में योगदान पर गर्व है। यह लोग अपने मेहनती स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। मैं त्रिपुरा के नागरिकों की निरंतर समृद्धि और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।