18 नामजद एफआईआर दर्ज, शायर मुनव्वर राणा की बेटियां भी शामिल
लखनऊ : नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ यूपी में सियासत गरमा गयी है। लखनऊ के घंटाघर में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही मुस्लिम महिलाओं को अब हिन्दू, सिख और समाजवादी पार्टी के नेताओं के परिवार की लड़कियों और महिलाओं का भी समर्थन मिल गया है। इस बीच लखनऊ के पुलिस कमिश्नर के आदेश पर 18 नामजद सहित 100 से ज्यादा महिलाओं के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। घंटाघर पर चल रहे प्रदर्शन में मुस्लिम महिलाओं के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की 14 वर्षीय पुत्री टीना यादव को देखकर लोग चौंक गए। टीना यादव अपने दोस्त के साथ वहां पहुंची और सीएए के खिलाफ नारेबाजी कर रही महिलाओं के साथ खड़ी हो गईं। टीना ने अपनी सेल्फी भी शेयर की और जिस पर ढ़ेरों कमेंट व लाइक भी मिले। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के आदेश पर सोमवार की रात्रि पहर विभिन्न धाराओं के तहत 100 से ज्यादा लोगों पर मुकदमें दर्ज किए गए। इनमें 18 जो नामजद एफआईआर हुई हैं, उसमें मशहूर शायर मुनव्वर राणा की बेटियां सुमैया और फौजिया के भी नाम शामिल हैं।
मंगलवार की सुबह समाजवादी पार्टी के नेताओं के परिवार की महिलाएं और लड़कियां भी घंटाघर पहुंचीं। उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के साथ बैठकर नारेबाजी की। महिलाओं के साथ खाने- पीने की वस्तुएं बांटकर खाया। प्रदर्शन कर रही महिलाओं को समझाते हुए कहा कि अगर जुर्म करने वाले बहुत हैं तो आपका साथ देने वाले भी कम नहीं हैं। हम आप के साथ हैं और आखिरी दम तक आपके साथ रहेंगे। हमारे नेता अखिलेश यादव भी आप के साथ हैं। समाजवादी पार्टी के अलावा रिहाई मंच, मुस्ल्मि लीग, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमएएम) के नेताओं के परिवार की महिलाओं ने भी मुस्लिम महिलाओं के प्रदर्शन का समर्थन किया है। वे भी घंटाघर पर रोजाना पहुंचकर उनके प्रदर्शन में सहभागिता कर रही हैं।