शिवसेना नेता संजय राउत ने विनायक दामोदर सावरकर को लेकर एक बार फिर बयान दिया है जिससे शिवसेना और कांग्रेस में फिर टकराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। राउत ने कहा है कि जो वीर सावरकर को भारत रत्न देने का विरोध कर रहे हैं उन्हें अंडमान निकोबार की सेलुलर जेल में डाल दिया जाये जहां सावरकर को रखा गया था। तब इन लोगों का वीर सावरकर के बलिदान का अहसास होगा।
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने एक दिन पहले बयान दिया था कि मोदी सरकार यदि वीर सावरकर को भारत रत्न देगी तो इसका विरोध किया जाएगा। राहुल गांधी के सावरकर पर दिये बयान के बाद से ही कांग्रेस और शिवसेना में वीर सावरकर को लेकर टकराव की स्थिति बनी हुई है।
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि सावरकर के अंग्रेजों से माफी मांगने की बात को नकारा नहीं जा सकता लेकिन मोदी सरकार उन्हें ‘भारत रत्न’ देने की बात कह रही है कि कांग्रेस इसका विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि सावरकर की कुछ बातें अच्छी तो कुछ खराब भी थीं। लेकिन कांग्रेस को जो खराब बातें लगती हैं हम उसके बारे में ही बात करेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले वीर सावरकर को ‘भारत रत्न’ देने के लिए भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया गया था। हालांकि बाद में दोनों पार्टियां अलग हो गई और शिवसेना और कांग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर सरकार का गठन कर लिया। इसके बाद भारत रत्न देने की बात पर संशय पैदा हो गया।
बता दें कि कुछ दिन पहले संजय राउत ने कहा था कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी मुंबई में अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला से मिलने जाया करती थी। इसके बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने शिवसेना नेता संजय राउत को आड़े हाथ लिया था, जिसके बाद राउत ने अपना बयान वापस ले लिया था।