1993 में अजमेर विस्फोट मामले में हुई थी उम्रकैद
मुंबई : मुंबई सहित देश के विभिन्न इलाकों में बम विस्फोट करवाने वाला कुख्यात आतंकवादी डा. मोहम्मद जालिस अंसारी मुंबई से फरार हो गया है। उक्त आरोपित आतंकवादी अजमेर जेल से 21 दिन के पैरोल पर छूटा था और मुंबई स्थित आग्रीपाडा इलाके के मोमिनपुरा में अपने बेटे के पास रह रहा था। गुरुवार को आग्रीपाडा पुलिस स्टेशन में हाजिरी देने जब अंसारी नही पहुंचा, तब उसकी तलाश शुरू हुई। पुलिस के अनुसार डॉ. मोहम्मद जालिस अंसारी को अजमेर में 1993 में हुए बम विस्फोट मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इसी सजा को वह राजस्थान स्थित अजमेर जेल में भुगत रहा था।
पिछले महीने में 21 दिन के पैरोल पर मुंबई स्थित आग्रीपाडा इलाके के मोमिनपुरा में अपने बेटे के पास रहने के लिए आया था। नियमों के तहत उसे हर दिन 10 से 12 बजे तक आग्रीपाडा पुलिस स्टेशन में हाजिरी लगानी थी। वह गुरुवार को पुलिस स्टेशन में हाजिरी लगाने नहीं पहुंचा तो पुलिस ने उसके बेटे के घर पर पूछताछ की। उसके बाद पता चला कि वह सुबह से ही नमाज पढऩे के नाम पर घर से निकला था। देर रात मोहम्मद जालिस अंसारी के घर वालों ने उसके लापता होने की रिपोर्ट आग्रीपाडा पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई है। हालांकि पुलिस उसे फरार मान कर सरगर्मी से ढूंढ रही है।
उल्लेखनीय है कि मोहम्मद जालिस अंसारी मुंबई महानगरपालिका में डॉक्टर के पद पर कार्यरत था। 90 के दशक में अयोध्या में विवादास्पद ढांचा गिराये जाने के बाद वह पाकिस्तान में जाकर बम बनाने की ट्रेनिंग लिया था। इसके बाद 1993 में उसने राजस्थान के अजमेर में बम विस्फोट किया था। गिरफ्तार होने के बाद उसने मुंबई सहित देश में कई जगह बम विस्फोट में शामिल होने का अपराध स्वीकार किया था। कोर्ट ने मोहम्मद जालिस अंसारी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। मोहम्मद जालिस अंसारी के अचानक फरार हो जाने से मुंबई पुलिस का सिरदर्द बढ़ गया है।