वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी बजट में साधारण बीमा कंपनियों में दूसरे चरण की पूंजी डालने के ऐलान कर सकती हैं। सरकार ऐसी कंपनियों की वित्तीय सेहत को सुधारने के लिए यह कदम उठा सकती है। नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले चरण में तीन बीमा कंपनियों National Insurance, Oriental Insurance और United India Insurance में 2,500 करोड़ रुपये की पूंजी डाल चुकी है। हालांकि, इन कंपनियों को निर्धारित सॉल्वेंसी मार्जिन को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 10,000-12,000 करोड़ रुपये की जरूरत होगी।
सूत्रों ने कहा कि वित्त मंत्री वित्त वर्ष 2020-21 के बजट में इस बारे में घोषणा कर सकती हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Modi Government 2.0 का दूसरा बजट एक फरवरी, 2020 को पेश करेंगी। सरकार के पूंजी डालने से कंपनियों की आर्थिक सेहत बेहतर नहीं होगी बल्कि 2019-19 के बजट में घोषित विलय प्रक्रिया पूरी करने में मदद मिलेगी।
वित्त वर्ष 2018-19 के अपने बजट भाषण में तत्कालीन वित्त मंत्री अरूण जेटली ने तीनों कंपनियों के विलय के जरिए एक कंपनी के गठन की घोषणा की थी। हालांकि, इन वित्तीय कंपनियों की कमजोर वित्तीय स्थिति सहित विभिन्न कारणों से विलय की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। सूत्रों के मुताबिक विलय के बाद बनी कंपनी को शेयर बाजार में सूचीबद्ध किया जाएगा।
प्रारंभिक आकलन से यह बात सामने आती है कि विलय के बाद गठित कंपनी देश की सबसे बड़ी साधारण बीमा कंपनी होगी। इसका मूल्यांकन 1.2-1.5 लाख करोड़ रुपये के बीच किया गया था। 31 मार्च, 2017 के आंकड़े के मुताबिक तीनों कंपनियों के पास 200 से अधिक बीमा उत्पाद है।