सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 1.76 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। 31 जुलाई की आधी रात से यह वृद्धि प्रभावी हो गई। यह वृद्धि एलपीजी के बढ़े आधार मूल्य पर टैक्स की गणना के आधार पर हुई है। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 498.02 रुपये पर पहुंच गई। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने यह जानकारी दी।
सभी एलपीजी ग्राहकों को सिलेंडर बाजार मूल्य पर खरीदना होता है। इसके बाद सरकार सालाना 12 सिलेंडर तक सब्सिडी की राशि सीधे ग्राहक के खाते में भेजती है। सब्सिडी की राशि बाजार भाव के अनुरूप हर महीने बदलती रहती है।
गौरतलब है कि एलपीजी सिलेंडर के दाम रसोई गैस की औसत अंतरराष्ट्रीय मानक दर और विदेशी मुद्रा विनिमय दर के अनुरूप तय होती है। इस आधार पर सब्सिडी राशि में हर महीने बदलाव होता है।
जब अंतरराष्ट्रीय दाम बढ़ते हैं तो सरकार ज्यादा सब्सिडी देती है। लेकिन टैक्स नियमों के अनुसार, एलपीजी पर वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) फ्यूल के मार्केट रेट पर तय होते हैं। ऐसे में सरकार चाहे तो ईंधन की कीमत के एक हिस्से को तो सब्सिडी के तौर पर दे सकती है, लेकिन कर का भुगतान बाजार दर पर ही करना होता है। इस कराण कीमतों में तेजी आई है।
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले रसोई गैस 1 जुलाई, 2018 को करीब पौने तीन रुपये महंगी हुई थी। हर महीने की पहली तारीख को तेल कंपनियां रसोई गैस की आधार कीमतों में बदलाव करती हैं। वैश्विक कीमतों में हुई वृद्धि का प्रभाव बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर पर भी पड़ा है। दिल्ली में इसकी कीमत 35.50 रुपये बढ़कर 789.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है। जुलाई महीने में इसकी कीमत में 55.50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि हुई थी।