अमरीश पुरी एक्टर बनने का सपना लेकर मुंबई आए थे। कई स्क्रीन टेस्ट में फेल होने के बाद उन्होंने LIC में नौकरी कर ली। इसी के साथ वो पृथ्वी थिएटर में एक्टिंग करने लगे। थिएटर करते-करते वो विज्ञापनों में भी दिखने लगे।
इतना स्ट्रगल अमरीश के बच्चों ने एक्टिंग की दुनिया में नहीं किया। रुपहले परदे से दूर उन्होंने अपनी दुनिया बसाई और कामयाबी भी पाई।
अमरीश की एक बेटी हैं नमृता जो लाइम लाइट से दूर रहती हैं । नमृता सादगी से जिंदगी जीती हैं और एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। शुरू से ही नमृता की बॉलीवुड में कोई रुचि नहीं थी।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर के अलावा नमृता कॉस्ट्यूम डिजाइनर भी हैं। नमृता की शादी हो चुकी है और उनकी भी एक बेटी है। बता दें कि अमरीश पुरी का एक बेटा भी है राजीव पुरी, वे अपने बिजनेस में बिजी हैं।
बता दे कि अमरीश को फिल्मों में पहला रोल 39 की उम्र में मिला था, फिल्म का नाम था ‘रेशमा और शेरा’। इस फिल्म में उन्होंने वहीदा रहमान और सुनील दत्त के साथ काम किया था। अमरीश पुरी बॉलीवुड के एक ऐसे विलेन थे जो फिल्मों में हीरो पर भारी पड़ जाते थे। ‘मिस्टर इंडिया’, ‘नगीना’, ‘नायक’, ‘दामिनी’ और ‘कोयला’ जैसी फिल्मों में उनकी एक्टिंग को भुलाना मुश्किल है। 80 और 90 के दशक में अमरीश फिल्मों का अहम हिस्सा हुआ करते थे। कई फिल्मों में यादगार रोल निभाने के बाद अमरीश का 12 जनवरी, 2005 को ब्रेन हेमरेज से निधन हो गया था।