नई दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर राजधानी में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान दंगे भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोलते हुए उन पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया। शाह ने रविवार को यहां इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली में हुए प्रदर्शनों में जनता को गुमराह करने का काम किया गया। कांग्रेस पार्टी के राहुल बाबा और प्रियंका वाड्रा ने सीएए पर जनता को गुमराह कर दंगे और उपद्रव फैलाने का काम किया है। शाह ने आम आदमी पार्टी (आप) और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी सीएए को लेकर भ्रम और अफवाह फैलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि 1984 में सिखों का नरसंहार हुआ। कांग्रेस की सरकारों ने दंगे में मारे गए लोगों के परिजनों की कोई परवाह नही की। मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद हर पीड़ित को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया और जो दोषी थे उन्हें जेल की सलाखों के पीछे डालने का काम किया। भाजपा अध्यक्ष ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जनता के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि 20 कॉलेज बनाएंगे, ये कॉलेज कहां गए, पता नहीं। पांच हजार से से ज्यादा स्कूल बनाने का वादा किया था किंतु कहीं किसी स्कूल की नींव तक नहीं रखी। अब चुनावी बेला में केजरीवाल सरकार बड़े-बड़े होर्डिंग्स और विज्ञापनों से अपना चेहरा चमकाने का प्रयास कर रही है जबकि अपने कार्यों और वादों का ब्योरा नहीं दे पा रही।
शाह ने दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि अभी तक सभी राजनीतिक दल अनधिकृत कॉलोनियों के साथ राजनीति करते रहे। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने एक ही झटके में सारी अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित कर दिया। मोदी सरकार ने ईस्टर्न पेरिफेरल रोड, मेट्रो लाइन बिछाने समेत तमाम काम किए, किंतु केजरीवाल सरकार ने जनता को झांसा दिया। उन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि कार्यकर्ता घर-घर जाकर एक-एक मतदाता से मिलें और उन्हें मोदी सरकार की उपलब्धियों से अवगत कराएं।