नई दिल्ली : देशी कंपनियों का विदेशी कर्ज नवम्बर 2019 में 2.12 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जो गत साल के 1.99 अरब डॉलर से 6.5 प्रतिशत अधिक है। नवम्बर 2018 में यह कर्ज 1.99 अरब डॉलर था। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, नवम्बर में घरेलू कंपनियों ने 2,11,53,22,022 डॉलर का कर्ज बाह्य वाणिज्यिक ऋण (ईसीबी) के स्वत: मंजूरी मार्ग से जुटाये। मंजूरी मार्ग से कोई पूंजी नहीं जुटाई गई। शेष 9,86,681 डॉलर का कर्ज रुपये के मूल्य वाले बांड (आरडीबी) जारी कर जुटाए गए।
इस दौरान ईसीबी के स्वत: मंजूर मार्ग से अडाणी ट्रांसमिशन ने 50 करोड़ डॉलर, टाटा मोटर्स ने 40 करोड़ डॉलर, ओएनजीसी ने 30 करोड़ डॉलर और जेएसडब्ल्यू स्टील ने 25 करोड़ डॉलर जुटाये। इन देशी दिग्गज कंपनियों के अलावे होम क्रेडिट इंडिया फाइनेंस ने 6.15 करोड़ डॉलर, निप्रो इंडिया कॉरपोरेशन ने 5.21 करोड़ डॉलर और ओवेन्स-कॉर्निंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एक्सॉनमोबिल सर्विसेज ने तीन-तीन करोड़ डॉलर जुटाये। इस दौरान, मसाला बॉन्ड या रुपये आधारित बॉन्ड से अकेले मार्गदर्शक फाइनेंशियल ने धन जुटाया।