जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड एवं हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई भारी बर्फबारी से लौटती ठंड ने आहट महसूस करा दी है। केदारनाथ, बदरीनाथ, हेमकुंट समेत उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थस्थलों में भारी हिमपात जारी है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दो से पांच इंच तक की बर्फबारी दर्ज की गई है। जम्मू-कश्मीर पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होता नजर आ रहा है जिससे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी जारी रहने की संभावना है।
मौसम विभाग की मानें तो जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है। वहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू के मनाली स्थित सोलंगनाला और पलचान में बर्फबारी हुई है। जलोड़ी दर्रे पर बर्फबारी से एनएच 305 बंद हो गया है। जिला कांगड़ा में धौलाधार पहाड़ियों पर भी हल्का हिमपात हुआ है। मौसम विभाग ने छह जनवरी को भी हिमाचल प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में बर्फबारी की आशंका जताई है जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती है।
उत्तराखंड के गढ़वाल, धनोल्टी, सुरकंडा और कुमाऊं के बागेश्वर, नैनीताल के किलबरी और मुनस्यारी में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है जबकि देहरादून, रामनगर, हल्द्वानी और ऊधमसिंह नगर समेत दूसरे मैदानी इलाकों में झमाझम बारिश हुई है। इसकी वजह से समूचा उत्तराखंड एकबार फिर शीत लहर की चपेट में आ गया है। केदारनाथ में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण पुनर्निर्माण कार्य ठप हो गया है। वहीं बीते 24 घंटों में सिक्किम समेत पूर्वोत्तर भारत के सभी राज्यों, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
हाल जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर की मानें तो कर्नाटक और इससे सटे हिस्सों के ऊपर एक दबाव बना हुआ है और एक ट्रफ रेखा इससे केरल तक सक्रिय है। यही नहीं पूर्वोत्तर भारत और उससे सटे भागों पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही एक ट्रफ रेखा इस सिस्टम से पश्चिम बंगाल, ओडिशा होते हुए आंध्रप्रदेश तक दिख रही है जिससे पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। यही नहीं सिक्किम, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है।