कोटा : कोटा के जेके लोन अस्पताल में शुक्रवार को दो बच्चों की और मौत हो गई। इसके साथ दिसम्बर से अब तक 106 बच्चे काल का ग्रास बन चुके हैं। वहीं अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा और जिले के प्रभारी मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास को भाजपा कार्यकर्ताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। उधर बच्चों मौत पर देशभर में मचे हंगामे के बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय केंद्रीय टीम भी कोटा पहुंच रही है। टीम में एम्स जोधपुर और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी शामिल हैं। चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा और परिवहन एवं जिले के प्रभारी मंत्री खाचरियावास ने अस्पताल का निरीक्षण किया। डॉ. शर्मा ने कहा कि अस्पताल में उपचार में कमी अथवा उपकरणों के अभाव में शिशुओं की मौत नहीं हो इसके लिए आवश्यक सभी प्रबंध किये जाएं।
कोटा में दो और बच्चों की मौत, निरीक्षण करने पहुंचे चिकित्सा मंत्री का भारी विरोध
चिकित्सा मंत्री ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में शिशुओं की मौत को बेवजह तूल नहीं देने की अपील की। उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती शिशुओं की मौत होना दुभाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि दिसम्बर में अस्पताल में 1438 शिशु भर्ती हुए जिसमें से 49 शिशु क्रिटिकल अवस्था में रेफर होकर आये थे जिन्हें समुचित इलाज की सुविधा दी गई लेकिन प्रयासों के बावजूद बचा नहीं पाये। मंत्री खाचरियावास ने कहा कि अस्पताल में आने वाले रोगियों के लिए चिकित्सा सेवाओं में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए। इस अवसर पर प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. विजय सरदाना, अधीक्षक डॉ. सुरेश दुलारा, एचओडी डॉ. अमृत लाल बैरवा सहित चिकित्सा अधिकारी, बाल कल्याण समिति के सदस्य अरुण भार्गव भी उपस्थित रहे।