उन्होंने बताया कि पड़ोसी मुल्कों से प्रताड़ित होकर बड़ी संख्या में दलित भारत में शरणार्थी बनकर आए हैं। यह सभी लोग 31 दिसम्बर 2014 के पहले भारत आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक नेता ने पूछा था कि वहां रहने वाले दलित भारत लौट गए तो हमारी गंदगी कौन साफ करेगा? ठाकुर ने कहा कि सम्मान की जिंदगी जीने के लिए भारत का रुख करने वाले दलितों को हम सीएए के माध्यम से नागरिकता प्रदान करना चाहते हैं। वहीं सोनिया, राहुल और कांग्रेस इसका विरोध कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि हम मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नहीं हैं। मुस्लिम विद्वानों को चाहिए कि वे सीएए को समझ कर जनता को जागरूक करें। इसको लेकर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, एआईएमआईएम और अन्य विपक्षी दल अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं। इस देश पर मुस्लिमों का भी उतना ही हक है जितना अन्य धर्मों के लोगों का है। मुस्लिम समाज को बेफिक्र रहना चाहिए।
सीएए पर कांग्रेस का विरोध निराधार : अनुराग ठाकुर
कहा, एनआरसी एवं एनपीआर को एकसाथ जोड़कर भ्रम फैला रहे विपक्षी दल
नागपुर : केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियों के संदर्भ में कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इन भ्रांतियों की वजह से देश में कई जगहों पर हिंसा हुई है। इसकी जिम्मेदार कांग्रेस समेत ये विपक्षी दल हैं। कांग्रेस सीएए को लेकर जो सवाल उठा रही है, वह निराधार है। ठाकुर ने शुक्रवार को नागपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सीएए, एनआरसी एवं एनपीआर को एकसाथ जोड़कर देश में भ्रम फैला रहे हैं। नतीजतन देश में कई जगह हिंसा हुई है। सीएए किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं बना है बल्कि तीन पड़ोसी देशों के पीड़ित अल्पसंख्यक शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का इसमें प्रावधान है। कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के लालच में देश में भ्रम, भय और अफवाह फैला रही है। उन्होंने कहा कि सीएए के तहत कई दलितों को देश की नागरिकता मिलेगी, फिर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस कानून का विरोध क्यों कर रहे हैं? क्या आप दलितों के खिलाफ हैं? उन्होंने सोनिया और राहुल को चुनौती देते हुए कहा कि वह सीएए के बारे में एक भी गलत शब्द बता दें।