गोरखपुर में मेट्रो प्रोजेक्ट संबंधित कार्यों की समीक्षा की
वाराणसी मेट्रो पर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मेट्रो से संबंधित कार्यों की प्रस्तुतीकरण देखते हुए कहा कि गोरखपुर में लाइट मेट्रो (एलआरटी) ज्यादा सफल होगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के एमडी को निर्देश दिया है कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास ही मेट्रो का स्टेशन बनाएं, जिससे यात्रियों को मेट्रो से उतर कर रेलवे स्टेशन जाने में सुविधा हो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यहां तीन कार वाले मेट्रो पर आधारित प्रस्ताव तैयार किए जाएं, जिससे भविष्य में यात्रियों की संख्या बढ़ने पर कोई समस्या न आए। इसके साथ ही उन्होंने वाराणसी में यातायात को लेकर मेट्रो समेत अन्य विकल्पों पर कार्य करते हुए फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगरा और प्रयागराज में मेट्रो समेत अऩ्य यातायात विकल्पों पर कार्य करने में तेजी लाने के लिए कहा है।
लाइट मेट्रो के दो कारीडोर बनेंगे, सभी स्टेशन एलिवेटिड होंगे
गोरखपुर में लाइट मेट्रो के दो कारीडोर बनाए जाएंगे। सभी स्टेशन एलिवेटिड होंगे। इस पर करीब 4589 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है। पहला कारीडोर श्याम नगर से एमएमएम इंजीनियरिंग कालेज तक 15.14 किमी लंबा होगा, इसमें 14 स्टेशन बनाए जाएंगे। अनुमान है कि वर्ष 2024 में 1.55 लाख लोग इसमें रोजाना सफर करेंगे। ये संख्या वर्ष 2031 में बढ़कर 2.05 लाख होगी, जबकि अगले दस साल यानि वर्ष 2041 तक इसमें 2.73 लाख लोग रोजाना सफर कर सकेंगे। दूसरा कारीडोर बीआरडी मेडिकल कालेज से नौसाद के बीच बनेगा, जो 12.70 किमी लंबा होगा, इसमें 12 स्टेशन प्रस्तावित हैं। अनुमान है कि वर्ष 2024 में 1.24 लाख लोग इसमें रोजाना सफर करेंगे। ये संख्या वर्ष 2031 में बढ़कर 1.73 लाख होगी, जबकि अगले दस साल यानि वर्ष 2041 तक इसमें 2.19 लाख लोग रोजाना सफर कर सकेंगे।