बोले सपा प्रमुख, मुल्क के हालात नहीं हैं ठीक
आरएसएस का मुख्य लक्ष्य सत्ता पर कब्जा करना
लखनऊ : भाजपाराज में हर व्यक्ति परेशान है। आरएसएस का मुख्य लक्ष्य सत्ता पर कब्जा करना है। आज मुल्क के हालात ठीक नहीं, हर कोई बेचैन है। सीएए, एनपीआर, और एनआरसी समाज को बांटने और उत्पीड़न करने वाले कानून है। इनके विरूद्ध जनता के अहिंसक आवाज का भी दमन किया जा रहा है। नागरिकों के अस्तित्व को चुनौती मिल रही है। संविधान और देश को बचाने के लिए समाजवादी पार्टी प्रतिबद्ध है। यह बातें गुरुवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहीं। वे विभिन्न जगहों से आये महंतों और मौलानाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुए पार्टी प्रदेश कार्यालय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी इंसाफ की बात करती है। समाजवादी सरकार बनने पर भगवान श्रीराम की नगरी में मठ-मंदिर, मस्जिद-गुरद्वारा, गिरजाघर और आश्रमों पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
अखिलेश यादव ने गुरुवार को अयोध्या धाम की पत्रिका ‘सवेरा एक संकल्प‘ का भी विमोचन किया। सवेरा परिवार के प्रमुख राजीव त्रिपाठी ने बताया कि यह पत्रिका पर्यावरण संरक्षण, पक्षी संरक्षण तथा पौधरोपण के लिए समर्पित है। गुन्नौर से नौजवान अवधेश कुमार यादव एक सप्ताह में 410 किलोमीटर की यात्रा कर लखनऊ आए और उन्होंने अखिलेश यादव से भेंट की। अवधेश यादव ने यात्रा के रास्ते में समाजवादी पार्टी के पक्ष में प्रचार भी किया। अखिलेश यादव ने उन्हें बधाई दी।
सपा सरकार में काम बोलता है, भाजपा सरकार में नेता
सपा के प्रदेश कार्यालय पर पूरे प्रदेश से आये कार्यकर्ताओं एवं आमजन का नव वर्ष पर बधाई देने का तांता लगा रहा। अखिलेश यादव ने सबके मंगलमय जीवन की कामना की। प्रमुख रूप से फैजाबाद-अयोध्या के महंतों और फैजाबाद के जिला काजी सहित कई प्रतिष्ठित मौलानाओं ने अखिलेश यादव से भेंट कर नए साल की मुबारकबाद देते हुए उनकी कामयाबी के लिए दुआ की। साधु-संतों और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कहा कि समाजवादी सरकार का काम बोलता है, भाजपा सरकार में नेता बोलता है। अयोध्या के महंत दिलीप दास, हेमंतदास महाराज, राजीव लोचनशरण, प्रिया प्रीतमशरण, हरिमोहन शरण, राम प्रकाश शरण, बालरामयोगी रामदास महाराज आदि के साथ पूर्व मंत्री पवन पाण्डेय ने भी अखिलेश यादव से भेंट की। इसके अलावा अयोध्या के जिला काजी मुफ्ती मेराज साहब के साथ मौलाना मोहिसन साहब, टाटशाह नायब इमाम मौलाना फैशल साहब, मुफ्ती शमसुल कमर साहब, मौलाना सिराज साहब, नायब काजी मुफ्ती रफीउनजमा साहब, मौलाना सलमान आदि शामिल थे।