विद्युत निगमों के एकीकरण व पुरानी पेंशन बहाली की मांग
लखनऊ : उप्र राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता संघ के स्थापना दिवस एवं स्वर्ण जयन्ती वर्ष के प्रारम्भ होने के समारोह में अभियन्ताओं ने विद्युत निगमों के एकीकरण व पुरानी पेंशन बहाली की मांग के लिए संघर्ष का संकल्प किया। उप्र राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता संघ ने आज राणा प्रताप मार्ग स्थित हाईडिल फील्ड हास्टल में स्थापना दिवस समारोह मनाया। 31 दिसम्बर 1970 को अभियन्ता संघ की स्थापना हुई थी। अतः आज अभियन्ता संघ की स्थापना के 50वें वर्ष के प्रारम्भ होने के साथ स्वर्ण जयन्ती समारोह का प्रारम्भ भी हुआ। वर्ष 2020 में पूरे वर्ष स्वर्ण जयन्ती समारोह के अंतर्गत गोष्ठी, सभाओं एवं परिचर्चाओं की श्रंखला जारी रखते हुए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर बोलते हुए मुख्य वक्ता आल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन इं. शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि अन्य गतिविधियों के साथ वर्ष 2020 में मुख्य रूप से बिजली निगमों का एकीकरण, पुरानी पेन्शन बहाली और निजीकरण की नीतियों के विरोध में मुख्यतः अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इन प्रमुख मांगों के प्रति केन्द्र व राज्य सरकारों का ध्यानाकर्षण करने हेतु आगामी 08 जनवरी को प्रदेश के ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली इंजीनियर अन्य कर्मचारियों के साथ एक दिन का कार्य बहिष्कार करेंगे। स्थापना दिवस समारोह में यह मांग भी उठी कि ऊर्जा विभाग सहित सभी इंजीनियरिंग विभागों में प्रमुख सचिव व सीएमडी पदों पर विभाग के विशेषज्ञ अभियन्ताओं को ही तैनात किया जाये। इस हेतु प्रदेश के सभी विभागों के अभियन्ताओं ने लामबंद होकर नये वर्ष में साझा मुहिम चलाने का संकल्प लिया।
अभियन्ता संघ के स्थापना दिवस समारोह की अध्यक्षता संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं राम प्रकाश ने की और समारोह में मुख्यतः उप्र इंजीनियर्स एसोशियेशन के महासचिव इं आशीष यादव, उप्र जल निगम अभियन्ता संघ के सरंक्षक वाई एन उपाध्याय, इं डीपी मिश्रा, इं नौशाद अहमद और उप्र राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता संघ के महासचिव राजीव सिंह, एके सिंह, संदीप राठौर, विजय गुप्ता, कौशल किशोर वर्मा, एच0आर0 सिंह, पी0के0 पाण्डेय, आलोक श्रीवास्तव, जटाशंकर मिश्रा, अजय द्विवेदी, अंकुर भारद्वाज, शिल्पी अरोड़ा, संजय जायसवाल, वीरेश पटेल, विक्रांत कुमार, अनीश कपूर, बी पी अग्रवाल आदि अभियन्तागण समारोह में सम्मिलित हुए।