पीजीआई इंस्पेक्टर व पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग
लखनऊ : पीजीआई थाना क्षेत्र में शनिवार रात प्रापर्टी डीलर प्रह्लाद पटेल (45) की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। वारदात के बाद पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पीड़ित परिजनों का कहना है कि पूरे मामले में लापरवाही बरतने वाले पीजीआई थाने के पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो। वहीं, पीजीआई पुलिस ने देर शाम घटना के मुख्य आरोपी वीरेंद्र उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त असलहे को बरामद कर लिया है। इस मामले में मृतक के परिजनों ने पीजीआई पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि पुलिस के सामने हत्या की वारदात हुई है। इसमें पुलिस की मिलीभगत है। लखनऊ पुलिस की लापरवाही पर कई सवाल उठ रहे हैं। एक बड़ा सवाल यह है कि पुलिस की मौजूदगी में स्कूटी पार्किंग के विवाद में हुई मारपीट हत्या में तब्दील हो गई। मारपीट के मामले में मेडिकल कराने गई थी पुलिस, लेकिन कुछ ही देर में पीडि़त की हत्या हो गई।
गौरतलब है कि वृंदावन योजना के सेक्टर-8बी में बसेरा-2 अपार्टमेंट के लैट नंबर बी-11 में रहने वाले प्रह्लाद प्रॉपर्टी डीलिंग और जीवन बीमा का काम करते थे। बीते शनिवार शाम प्रह्लाद का अपार्टमेंट के लैट नंबर बी-15 में रहने वाले गुड्डू से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। कहासुनी बढऩे पर गुड्डू, उसके बेटे आदित्य उर्फ आदि और सत्यम ने मिलकर प्रह्लाद की लाठी-डंडों और बेल्ट से पिटाई कर दी। बर्बर पिटाई से वह बेहोश होकर गिर गए और आरोपी उन्हें वहीं छोड़कर चले गए। प्रह्लाद की पत्नी एडवोकेट हैं। शाम को पत्नी के लौटने पर वह उन्हें साथ लेकर पीजीआई थाने गए और आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी। इस पर पुलिस ने गुड्डू, आदित्य और सत्यम के खिलाफ बलवा, मारपीट व धमकाने का मुकदमा दर्ज कर लिया। थाने में मुकदमा दर्ज कराके लौटी प्रॉपर्टी डीलर को गोली मारे जाने की सूचना पर पुलिस अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर पहुंची पीजीआई पुलिस ने प्रह्लाद को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।