सीएम के सख्त निर्देश, रैन बसेरों की व्यवस्था में न आए कोई कमी
लखनऊ : बढ़ती ठंड को देखते हुए निराश्रित, असहाय और गरीब लोगों को राहत पहुंचाने के लिए उप्र सरकार 37.03 करोड़ रुपये अब तक जिलों को दे चुकी है। इस राशि से अलाव जलाने के अलावा कंबल वितरित करना है। इसी मद में शुक्रवार को भी शासन ने 42 जिलों को नौ करोड़ 65 लाख रुपये आवंटित किए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि रैन बसेरों की व्यवस्था में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। शासन द्वारा ठंड से निपटने के लिए धनराशि की पहली किस्त आठ नवम्बर को जारी की गई थी। उत्तर प्रदेश शासन के विशेष सचिव सुधीर सिंह चौहान ने बताया है कि 75 जिलों को कुल 19 करोड़ 25 लाख की राशि आवंटित की गई है। इस राशि में 350 तहसीलों में कुल 17,50 लाख रुपये कंबल के लिए तथा 1 करोड़ 75 लाख रुपये अलाव जलाने के लिए दिए गए हैं। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया था कि प्रति तहसील पांच लाख रुपये का कंबल खरीदा जाना है और 50 हजार रुपये अलाव जलाने के लिए दिए गए हैं।
सरकार ने अपने आदेश के तहत कहा है कि सरकारी विभागों द्वारा कंबल की खरीद हथकरघा निगम, यूपिका, गांधी आश्रम, कुटीर तथा हथकरघा इकाइयों द्वारा उत्पादित वस्त्रों को ही खरीदा जाएगा। इसको अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करते हुए इस कार्रवाई में सक्रियता लाने को भी निर्देशित किया गया। इसके बाद मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, जालौन अयोध्या, सुलतानपुर सहित 33 जिलों को 23 दिसम्बर को आठ करोड़ 13 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि दी गयी। इसमें कम्बल क्रय के लिए 804.50 लाख अलाव के लिए 8.50 लाख रुपये आवंटित किए गए। दूसरी किश्त में सर्वाधिक 76.50 लाख रुपये गोरखपुर को दिए गए। आगरा को 53 लाख, अलीगढ़ को 47.50 लाख, देवरिया को 80 लाख रुपये दिए गए। तैतींस जिलों को आवंटित की गई अतिरिक्त राशि में सबसे कम कासगंज को तीन लाख रुपये मिले। इसके बाद बढ़ती ठंड के मद्देनजर शुक्रवार को शासन ने 42 जिलों को नौ करोड़, 65 लाख रुपये आवंटित किए हैं।