लोन लेने के दौरान सबसे ज्यादा ध्यान इस बात पर दिया जाता है कि जो कर्ज आप ले रहे हैं उसपर लगने वाला ब्याज कम से कम आए। लेकिन अगर हम बात पर्सनल लोन की करें तो इस पर होम लोन और ऑटो लोन सहित दूसरे लोन्स की तुलना में ब्याज दर अधिक होता है। जब आपको लोन दिया जाता है तो इसमें कई कारक शामिल होते हैं। मसलन, लोन की राशि, ग्राहक लोन का भुगतान कर पाएगा या नहीं, ग्राहक किस कंपनी में काम कर रहा है, ये सभी जानकारी शामिल की जाती है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आपको कम ब्याज पर पर्सनल लोन कैसे मिले।
लोन का भुगतान समय से करते रहे
अगर आप क्रेडिट कार्ड्स का इस्तेमाल करते हैं तो कोशिश करें कि बिल का भुगतान हमेशा समय से कर दें। अगर आप एक बार में पूरी राशि का भुगतान नहीं कर सकते तो किस्तों में उसका भुगतान करें। यह सुनिश्चित करें कि आप EMI भरने में चूक न करें। इससे आपको भविष्य में लोन लेने में काफी आसानी होगी। अगर आपकी लोन भुगतान करने की हिस्ट्री अच्छी है, तो आपके लोन पर ब्याज दर कम हो सकता है।
ऑफर्स का मौका न जाने दें
जब भी पर्सनल लोन लें अन्य बैंक, कंपनियों से इसकी तुलना कर लें। यह पता लगाएं कि कौन सा बैंक आपको कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन दे रहा है। इसके साथ ही आपको पर्सनल लोन देने वाले विभिन्न कर्जदाताओं के सीजनल ऑफर्स पर भी नजर रखनी चाहिए।
बढ़िया क्रेडिट स्कोर बनाकर रखें
आसानी से समझने के लिए क्रेडिट स्कोर तीन अंकों का एक नंबर होता है जो आपकी लोन लेने के बाद उसे समय से चुका देने की क्षमता के बारे में बताता है। 750 और इससे अधिक का क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है। लोन लेने के बाद आप नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को देखते रहना चाहिए।
एंप्लॉयर की क्रेडिबिलिटी
जानी-मानी कंपनियों या मल्टीनेशनल कंपनीज में काम करने वाले कर्मचारियों की जॉब का स्थायित्व अधिक होता है। साथ ही ऐसा माना जाता है कि उन कर्मचारियों की आय स्टेबल होगी और वे समय पर लोन चुका देंगे। इसलिए उनको भी कम ब्याज दर का फायदा मिलता है।