उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी का प्रकोप जारी है। शीतलहर ने भी पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल, राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के इलाकों में ठिठुराने वाली ठंड से राहत मिलने की संभावना नहीं है। आने वाले दिनों में उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान तीन से चार डिग्री तक जा सकता है। इससे उत्तर भारत के इलाकों में पाला पड़ने की आशंका है। इससे आलू उत्पादक किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मौसम का हाल बताने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक, इस हफ्ते उत्तर-पूर्वी मॉनसून विदा हो जाएगा। हालांकि, इसकी सक्रियता से तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और तेलंगाना समेत दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। चेन्नई में 25-26 दिसंबर तक बारिश हो सकती है। उत्तर भारत में कोई पश्चिमी विक्षोभ या अन्य सिस्टम नहीं आने वाला है, फिर भी पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी लोगों की परेशानियां बढ़ा सकती है। वैसे मैदानों में मौसम सर्द शुष्क बना रहेगा।
उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में ठंड का कहर जारी है। हिमाचल के केलांग में न्यूनतम तापमान -14.3 और अधिकतम तापमान -5.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राज्य के मैदानी क्षेत्रों में भी तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला गया है जिससे पानी पाइपों में ही जम गया है। उत्तराखंड में भी ठंड से हाल बेहाल हैं। रुद्रप्रयाग स्थित विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में करीब छह फीट बर्फ जमी है। उच्च हिमालय में नियमित अंतराल पर बर्फबारी जारी है। भारी बर्फबारी के कारण समुद्रतल से 9500 फीट से लेकर 10500 फीट तक की ऊंचाई पर स्थित विश्व प्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थल औली का नजारा देखते ही बन रहा है।
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों खासकर अरुणाचल प्रदेश और उत्तरी असम में बारिश के आसार हैं। साथ ही साथ असम की घाटियों समेत पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट देखी जा सकती है। हरियाणा और पंजाम में कड़ाके की सर्दी जारी है। हरियाणा के कई शहरों में सोमवार को शिमला और जम्मू से भी कम तापमान दर्ज किया गया। पंजाब में भी धुंध के कारण ठंड का प्रकोप जारी है। सोमवार को बठिंडा का न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल के साथ ही इन राज्यों में भी पाला पड़ने की आशंका है।