प्रो.सुनील कुमार सिंह व डॉ.मल कुमार लहरी को डी.लिट की उपाधि
दीक्षान्त समारोह में कुल 508 छात्रों को मिलेगा विभिन्न पदक
वाराणसी : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के 101वें दीक्षान्त समारोह में सोमवार को बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय लोक वित्त व नीति संस्थान के अध्यक्ष डॉ. विजय केलकर शामिल होंगे। समारोह में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के शिवार्चित मिश्रा को वर्ष 2019 की समस्त स्नातकोतर परीक्षाओं में सर्वोच्च संचयी ग्रेड प्वाइंट औसत (सी.जी.पी.ए.) प्राप्त करने के लिए चांसलर पदक व स्व. महाराजा विभूति नारायण सिंह स्वर्ण पदक तथा आचार्य वेद (शुक्ल यजुर्वेद) परीक्षा 2019 में प्रथम स्थान पाने पर बी.एच.यू. पदक प्रदान किया जाएगा।
रविवार को विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी प्रो.राजेश सिंह ने बताया कि समारोह में प्रो. सुनील कुमार सिंह व डा. विमल कुमार लहरी को डी. लिट की उपाधि प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही इसमें 732 पीएचडी उपाधियां दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि शिक्षा संकाय के प्रो. सुनील कुमार ने महामना के विचार व योगदान पर आधारित शोध किया है, जबकि डा. विमल का शोध संत रविदास के सामाजिक योगदान पर आधारित है। समारोह में कुल 11529 उपाधियां प्रदान की जाएंगी, जिसमें डी. लिट की दो व पीएचडी की 732 उपाधियों के साथ एम फिल की 12, स्नातकोत्तर की 4511 एवं स्नातक की 6272 उपाधियां शामिल हैं।
प्रो. सिंह ने बताया कि स्नातक व स्नातकोत्तर के कुल 508 छात्रों को विभिन्न पदक व पुरस्कारों से सम्मानित किया जायेगा। दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय करेंगे। कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर स्वागत भाषण देंगे। उन्होंने बताया कि दीक्षांत समारोह में डी.लिट की 2, पीएच.डी. की 732, एम. फ़िल. की 12, स्नातकोत्तर की 4511 तथा स्नातक की 6272 उपाधियों समेत कुल 11529 उपाधियां प्रदान की जाएंगी।