नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली में रविवार को भी कई जगह धरना जारी रहेगा। मिली जानकारी के मुताबिक, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के बाहर और शाहीन बाग में धरना जारी रहेगा। रविवार को छुट्टी का दिन होने की वजह से धरना-प्रदर्शन में लोगों की संख्या बढ़ सकती है।
CAA Delhi Protest Live
- हापुड़ जिले में प्रदर्शनकारियों द्वारा जुलूस निकाले जाने की सूचना पर स्थानीय पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
- वहीं, हिंसक प्रदर्शनों के बाद कांग्रेस अब सोमवार को राजघाट पर धरना देगी। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत अन्य दिग्गज नेता शामिल हो सकते हैं।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में शनिवार को जंतर-मंतर पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन किया। संगठनों ने इस कानून को देशहित में बताते हुए सभी से इसका समर्थन करने की अपील की।
प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे युवा निर्माण वाहिनी के अध्यक्ष अंकुर आर्य ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून से किसी भी जाति या धर्म पर प्रभाव नहीं पड़ेगा। जो लोग पहले से ही देश में रह रहे हैं उन्हें बाहर नहीं निकाला जाएगा। लेकिन, कुछ असामाजिक तत्व अफवाहें फैलाकर माहौल को बिगाड़ रहे हैं। इस पर अंकुश लगना चाहिए। वहीं, केंद्रीय आर्य युवक परिषद के अध्यक्ष डॉ. अनिल आर्य ने कहा कि केंद्र सरकार ने नागरिकता कानून को लेकर स्पष्ट कर दिया है कि देश के किसी भी नागरिक को परेशान नहीं किया जाएगा। यह कानून सिर्फ नागरिकता देने के लिए बनाया गया है, किसी भी जाति, धर्म या समुदाय के व्यक्ति की नागरिकता लेने के लिए नहीं बना है। ऐसे में इसका विरोध नहीं किया जाना चाहिए।
सीएए के विरोध में राजघाट पर विभिन्न संगठनों का प्रदर्शन
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में शनिवार को राजघाट स्थित समता स्थल पर विभिन्न संगठनों ने धरना-प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में शामिल होने आए आयुष ने कहा कि सरकार द्वारा लाया गया यह कानून मुस्लिम समुदाय के विरोध में है। धर्म के आधार पर किसी को नागरिकता से नहीं रोकना चाहिए। इसे वापस लिया जाए। वहीं, दूसरी ओर इस कानून के विरोध में तुर्कमान गेट स्थित कुछ लोगों ने अपने घरों पर काले झंडे लगाकर विरोध दर्ज कराया।
गीता कॉलोनी पुल बंद करके राजघाट जाने से रोका
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में राजघाट पर हो रहे प्रदर्शन के दौरान स्थिति न बिगड़े, इसके लिए गीता कॉलोनी पुल को बंद कर दिया। पुल के सिर्फ एक हिस्से को बंद किया जिससे कि पूर्वी दिल्ली के लोग राजघाट न पहुंच सके। दरियागंज व राजघाट की ओर से आने वाले लोगों के लिए रास्ता खुला था।
जैसे ही लोग राजघाट पर एकत्र होने शुरू हुए शाहदरा जिला पुलिस ने भी कमान संभाल लिया। पुल पर जाने के रास्ते पर बैरीकेड लगा दिए गए। इस कारण राजघाट, दरियागंज व पुरानी दिल्ली के अन्य हिस्सों में जाने वाले लोगों को खासी परेशानी हुई। निगम बोध घाट जाने वाले लोग भी खासे परेशान हुए। कई लोग पुलिस से उलझ भी गए। इस कारण पुल के पास जाम भी लग गया, हालांकि यमुना के दूसरी ओर जाने के लिए आइटीओ पुल और आइएसबीटी पुल का विकल्प लोगों के पास था जिससे बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं हुई,लेकिन इस कारण शास्त्री पार्क लाल बत्ती के पास जाम लग गया क्योंकि वहां वाहनों का दबाव बढ़ गया था।
मनीष सिसोदिया ने खड़े किए सवाल
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर राजधानी दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में हो रह बवाल के बीच आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कुछ सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हम में से कितने लोगों के पास नगर निगम, पंचायत या अस्पताल का जन्म प्रमाणपत्र है? स्कूल द्वारा जारी किया जन्म प्रमाण पत्र नहीं चलेगा क्योंकि उसमें जन्म तिथि होती है, जन्मस्थान नहीं।