नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने शनिवार को बिहार बंद का एलान किया है। राज्य में सुबह से ही बंद का असर दिखना शुरू हो गया है। महागठबंधन के सहयोगी दलों ने भी आरजेडी के बंद का समर्थन किया है। बंद के दौरान उपद्रव की आशंका को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी पूरी तैयार की गई है।
इससे पहले बंद की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को आरजेडी की ओर से पटना समेत सभी जिलों, प्रखंडों एवं कस्बों में मशाल जुलूस निकाले गए। बंद को लेकर आरजेडी नेता व बिहार विधानसभ में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रशासन को चेतावनी दी है। अगर उसने आरजेडी समर्थकों को नुकसान पहुंचाया तो अंजाम बुरा होगा।
बिहार के हाजीपुर में आरजेडी कार्यकर्ता नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। बंद समर्थकों ने हाजीपुर मुज्जफ्फरपुर एनएच-22 को भगवानपुर में बंद करा दिया है। आरजेडी कार्यकर्ता भैंसो के साथ नेशनल हाईवे पर आ गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने भैंसों के ऊपर पोस्टर टांग रखी है, जिस पर लिखा है ‘काला कानून नहीं चलेगा. मैं भारतीय हूं।’ नेशनल हाई वे पर कई जगहों पर टायर जला दिया गया है।
तेजस्वी यादव ने खुद को गांधीवादी बताते हुए बंद के शांतिपूर्ण रहने का दावा किया है। उन्होंने प्रशासन को चेताया है कि हमें शांतिपूर्ण विरोध करना है, फिर भी पुलिस ने अगर बल प्रयोग किया या आरजेडी समर्थकों को नुकसान पहुंचाया तो अंजाम बुरा होगा।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध करने का सबको अधिकार है। सत्ता में बैठे लोगों को तय करना है कि वे कैसे प्रबंध करते हैं। तेजस्वी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून असंवैधानिक और मानवता के खिलाफ है। इसने भारतीय जनता पार्टी के विभाजनकारी चरित्र को उजागर किया है