कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी), भारत सरकार द्वारा लखनऊ स्थित एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को दी गयी सूचना के अनुसार पिछले 10 सालों में 01 जनवरी 2008 के बाद 17 आईएएस अफसरों के खिलाफ अखिल भारतीय सेवाएँ अनुशासन एवं अपील नियमावली में विभागीय जाँच शुरू की गयी.
के श्रीनिवासन, अनुसचिव, डीओपीटी की सूचना के अनुसार इस दौरान 14 आईएएस अफसरों पर नियम 8 में वृहद् दंड की कार्यवाही शुरू की गयी- राजीव अग्रवाल (महाराष्ट्र कैडर,1975 बैच), डॉ अरविन्द मायाराम (राजस्थान 1978), डी के राव (गुजरात 1980), अरिंदम सोम (असम 1990), राकेश बहादुर (यूपी 1979), आनंद मोहन शरण (हरियाणा 1990),के जयकुमार (सिक्किम 1987), डॉ रवि इन्दर सिंह (पश्चिम बंगाल 1994), के सुरेश (एमपी 1984), के एस क्रोफा(असम 1982), आर के रंगा (हरियाणा 1976), डी चक्रवर्ती(पश्चिम बंगाल 1976), गरिमा मित्तल (हरियाणा 2010)तथा ए के गोयल (आंध्र प्रदेश 1974) हैं.
श्री श्रीनिवासन के अनुसार 03 आईएएस अफसरों पर नियम10 में लघु दंड की कार्यवाही शुरू की गयी – पी वी जगनमोहन (यूपी 1987), जी के द्विवेदी (आंध्र प्रदेश) तथा सुब्रत बिश्वास (केरल 1985).