नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के हेड ऑफिस में यूनाइटेड मुस्लिम एक्शन कमेटी की एक बैठक हुई.
इस बैठक में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमें कानून का पुरजोर विरोध करना है, लेकिन पुलिस की अनुमति और शांति के बाद ही. लखनऊ, दिल्ली, मंगलुरु में पुलिस की बर्बरता और हिंसा हुई थी, दो लोगों की मौत हो गई. अगर हिंसा होती है, तो हम इसकी निंदा करेंगे और इससे खुद को अलग कर लेंगे.
नए नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन के बीच दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंसा देखने को मिली. लखनऊ में कई जगहों पर आगजनी, पुलिस पर पथराव और हिंसक झड़पें हुईं. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकियों पर हमला किया. इसके साथ ही मीडिया की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया.
इस हिंसक झड़प में घायल हुए एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई, वहीं लोग दो घायल हैं. इसके अलावा इस हिंसक झड़प में 16 पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं.
इस कारण आज लखनऊ में पुलिस पूरी तरह से अलर्ट पर है. लखनऊ प्रशासन ने पूरे शहर को 32 सेक्टरों में बांट दिया है, जिसके तहत हालात पर नजर रखी जाएगी. गुरुवार को लखनऊ में हुई हिंसा में पुलिस ने कार्रवाई की है, अभी तक 150 को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 19 FIR दर्ज की गई हैं.
वहीं, किसी भी हिंसा की आशंका के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के कई शहरों में आज इंटरनेट बंद किया गया है. यूपी के गाजियाबाद, लखनऊ, संभल, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, बरेली, आगरा, पीलीभीत, फिरोजाबाद, हमीरपुर प्रयागराज के साथ मऊ और आजमगढ़ में इंटरनेट बंद किया गया है. इसके अलावा दिल्ली के कई इलाकों में भी मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है.
नए नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्नाटक के मंगलोर में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद मंगलोर में शुक्रवार को स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. मंगलोर पुलिस कमिश्नर डॉ. हर्षा ने मौत की पुष्टि की है.
मृतकों के नाम जलील और नौसीन हैं. इससे पहले पुलिस कमिश्नर ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थाने पर हमला किया और आग लगा दी. अंत में पुलिस को भी कार्रवाई करनी पड़ी. पहले हवा में गोली चलाई गई. इसके बावजूद प्रदर्शनकारी हमले करते रहे.