नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन हो रहा है. वहीं नॉर्थ ईस्ट में भी इसको लेकर बवाल मचा हुआ है. हालांकि अब असम में प्रदर्शन थमता हुआ दिखाई दे रहा है. जिसके चलते असम में इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया गया है.
असम में इंटरनेट सेवा को फिर से चालू कर दिया गया है. मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि कुछ लोग गलत सूचना और फर्जी खबरें फैला रहे हैं. ये लोग समाज के दुश्मन हैं.
उन्होंने कहा कि असमिया भाषा को हमेशा के लिए राज्य भाषा के रूप में संरक्षित किया जाएगा और सरकार इसे करेगी. सीएम का कहना है कि किसी भी तरह से असम का सम्मान प्रभावित नहीं होगा. हम लोगों के समर्थन में हमेशा रहेंगे और राज्य में शांति के साथ आगे बढ़ेंगे.
असम के लोगों में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है. असम के कई लोग एनआरसी की मार पहले ही झेल चुके हैं.
इसके बाद अब नागरिकता संशोधन कानून पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. पिछले दिनों असम के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन देखा गया था. जिसके चलते इंटरनेट बंद कर दिया गया था.