पुलिस ने लाठीचार्ज कर नेताओं-कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार
कई जिलों मे सपा के बड़े नेता घरों और पार्टी कार्यालयों में नजरबंद
लखनऊ : नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन के बीच माहौल गरम है। लखनऊ में समाजवादी पार्टी, अंबेडकर मोर्चा, छात्र मोर्चा और मुस्लिम संगठनों के नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में गुरुवार को विशाल मार्च की घोषणा पर पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के नेतृत्व में परिवर्तन चौराहे से लेकर सपा कार्यालय तक पुलिस तैनात रही। इस दौरान जगह जगह प्रदर्शनकारियों को रोका गया। संभल जिले में उग्र प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज की बस में तोड़फोड कर आग लगा दी। मुजफ्फरनगर में तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर प्रशासन ने एहतियातन इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी। कलेक्ट्रेट में रविदास मेहरोत्रा और अनुराग भदौरिया के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके उग्र होने पर पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं पर लाठियां चलाईं। पुलिस ने दोनों नेताओं सहित अन्य प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
कैसरबाग स्थित समाजवादी पार्टी के जिला और महानगर कार्यालयों के बाहर सुबह से ही पुलिस तैनात कर दी गई। जैसे ही समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने कार्यालय से निकलकर प्रदर्शन करना चाहा, उन्हें पुलिस बल ने रोक दिया। कार्यकर्ताओं ने इस दौरान हाथों में तख्तियां लेकर जमकर नारेबाजी की और पुलिस के जवानों के साथ धक्का-मुक्की की। काकोरी में पुलिस ने पूर्व विधायक इरशाद खां को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। यहां ताड़तला वार्ड से विरोध जुलूस निकाला गया। कार्यकर्ताओं के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हे तितर बितर किया। समाजवादी पार्टी के लखनऊ शहर के अधिकांश नेताओं को उनके आवास के बाहर ही रोका गया। सपा पार्षद पंकज को रोके जाने पर उनके समर्थकों ने सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की। उनको पुलिस ने डंडा मारकर हटाया। विधानसभा के बाहर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने प्रदर्शन किया, जब उनको रोका गया।
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश से मेट्रो के अधिकारियों से वार्ता के बाद केडी सिंह बाबू स्टेडियम मेट्रो स्टेशन को पूर्णरुप से बंद कर दिया गया। इसी तरह रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां के शहादत दिवस पर पहले से तय सीएए और एनआरसी के विरोध में परिवर्तन चौक से विशाल मार्च की घोषणा के मद्देनजर प्रदेश के आला पुलिस अधिकारी परिवर्तन चौक पर पहुंच गये। पूरे चौराहे को पुलिस वालों ने घेर लिया, जब 12 बजे तक कोई प्रदर्शनकारी वहां नहीं पहुंचा। पुलिस प्रशासन की ओर से एहतियात के तौर पर हनुमान सेतु, लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट संख्या एक और दो, आई चौराहा, मेडिकल कालेज की ओर जाने वाले मार्ग, दरिया वाली मस्जिद के सामने चौराहा, इमामबाड़ा मार्ग, नेशनल पीजी कालेज के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात की गयी।
रायबरेली में सपा कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष आम बहादुर यादव के नेतृत्व में इकठ्ठा हुए और सीएए को काला कानून बताते हुए वापस लेने की मांग करने लगे। उन्होंने इसे एक धर्म के खिलाफ बताते हुए सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया। हालांकि मौके पर भारी पुलिस बल पहले से ही मौजूद था। जिला प्रशासन की तरफ से धारा 144 लगाई गई थी, जिसमे इस तरह के प्रदर्शनों पर रोक थी। इसे देखते हुए पुलिस ने करीब प्रदर्शनकारी सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ़्तार कर लिया। बाराबंकी में प्रदर्शन के दौरान पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान सपा के कार्यकर्ता राममगन रावत बेहोश भी हो गए, जिन्हें अस्पताल भिजवाया गया। पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर आज समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन कर रही है। सुलतानपुर में धारा 144 लागू होने के बावजूद भाकपा एवं सपा के कार्यकर्ताओ ने प्रदर्शन किया। नॉर्मल चौराहे पर महिलाओं के जुलूस को पुलिस ने रोक दिया। अंबेडकरनगर में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के लिए टांडा की ओर से आ रहे सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा को पुलिस लाइन के समीप पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
वाराणसी में लहुराबीर की तरफ बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका तो नाराज कार्यकर्ता बीच सड़क में धरने पर बैठ गये। सपा कार्यकर्ताओं ने भी वरूणापुल स्थित पार्टी कार्यालय के निकट से निषेधाज्ञा कि अवहेलना करते हुए विरोध मार्च निकाला और कलेक्ट्रेट के मुख्य पर धरना दिया। बलरामपुर में धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में जा रहे सपा नेताओं को स्थानीय पुलिस ने आवास पर ही रोक दिया। पूर्व मंत्री एसपी यादव को उनके आवास बलरामपुर में तुलसीपुर पूर्व विधायक मसूद खान को उनके आवास तुलसीपुर में, उतरौला के पूर्व विधायक अनवर महमूद खान को उतरौला में तथा अन्य सपा नेताओं को आवास पर ही पुलिस ने रोक दिया गया है। प्रयागराज में कचहरी के पास प्रदर्शन करने जा रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने धारा-144 का हवाला देकर रोक दिया। जबरन आगे बढ़ने की जिद पर अड़े कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया। फतेहपुर में सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान भाजपा सरकार के मुर्दाबाद के लगाये नारे।