बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर गुरुवार को बड़ा बयान दिया है। बसपा मुखिया ने इसको लेकर भाजपा की सरकार को सलाह दी है। मायावती ने ट्वीट किया।
मायावती ने कहा है कि केंद्र सरकार सार्थक कदम उठाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को देश व व्यापक जनहित में नए नागरिकता कानून को वापस ले। इससे कई बड़ी समस्या का निराकरण हो जाएगा। केंद्र सरकार के नागरिकता कानून वापस लेने से बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के साथ रुपए की गिरती कीमतों पर भी अंकुश लगेगा।
इससे केंद्र सरकार को राष्ट्रीय समस्याओं पर अपना ध्यान केन्द्रित करने का मौका भी मिलेगा। मायावती ने दो-टूक कहा कि अगर भाजपा जनता की परेशानी पर ध्यान नहीं देती है तो फिर जनता इनका भी हाल 2014 के कांग्रेस जैसा ही करने में देर नहीं करेगी। भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार के पास अभी भी इसको वापस लेने के लिए काफी कम समय बचा है। वह जल्दी निर्णय लेकर आगे कदम बढ़ाए। जिससे की जनता को परेशान होने से बचाया जाए।
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने नागरिकता कानून को असंवैधानिक करार देते हुए इसे वापस लिए जाने की सरकार से मांग की है। मायावती ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से इस असंवैधानिक कानून को वापस लेने की मांग करती हूं, अन्यथा भविष्य में इसके नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं। सरकार को आपातकाल जैसे हालात पैदा नहीं करने चाहिए, जैसा कि कांग्रेस ने पहले किया था। हमारी पार्टी ने नागरिकता कानून के खिलाफ और महिलाओं के प्रति अपराध के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधानसभा में भी अपनी आवाज उठाई है।