डीएम ने डीपीआरओ को दी निलंबन की चेतावनी
मेरठ : कानपुर में नमामि गंगे की तर्ज पर मेरठ में भी गंगा यात्रा कार्यक्रम होगा। इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाग लेंगे। एक से पांच जनवरी के बीच मुख्यमंत्री गंगा ग्रामों में आएंगे। जिलाधिकारी ने इसकी तैयारी करते हुए ग्रामों में गंदगी मिलने पर डीपीआरओ को निलंबन की चेतावनी दी है। बुधवार को बचत भवन में जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने कहा कि गंगा को निर्मल व अविरल बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। गंगा किनारे के गांवों में सफाई व्यवस्था ठीक रखने का जिम्मा डीपीआरओ का है। अगर गांवों में सफाई नहीं मिली तो डीपीआरओ को निलंबित कर दिया जाएगा। एसडीएम मवाना यह देखें कि व्यक्ति या संस्था द्वारा गंगा में कोई गंदगी तो नहीं डाली जा रही है। ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जनवरी के प्रथम सप्ताह में प्रस्तावित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे की संभावना से सभी विभागों में हड़कंप मचा हुआ है। गंगा यात्रा में शामिल होने आ रहे मुख्यमंत्री गोशालाओं के साथ-साथ मेडिकल काॅलेज का भी निरीक्षण कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एसपी देहात गांवों में स्थानीय विवादों का निस्तारण प्राथमिकता पर कराए। बेसिक शिक्षा अधिकारी गंगा ग्रामों के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को गंगा की स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी गंगा ग्रामों में अभियान चला कर पशुओं का टीकारण करायें। जल निगम गंगा नदी में कोई गंदा नाला ना गिरने दें। जिलाधिकारी ने कहा कि गंगा ग्राम समिति को सक्रिय किया जाए। गंगा ग्राम सिरसेपुर के प्रधान ने जिलाधिकारी से गांव में कोई शवदाह गृह नहीं होने की बात कही। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी से गांव में एक शवदाह गृह का निर्माण कराने को कहा। सभी अधिकारी गंगा ग्रामों में कैंप लगाकर गंगा की स्वच्छता हेतु कार्यक्रम चलाए। गंगा ग्रामों में सफाई व्यवस्था, जल निकासी व्यवस्था एवं विद्युत व्यवस्था पूर्ण रूप से होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने गांवों में कोई भी निराश्रित गोवंश घूमता मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।