नागरिकता संशोधन कानून, महिलाओं के खिलाफ अपराध और कनून व्यवस्था पर सत्ता पक्ष को विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान घेर रहे विपक्ष को एक और मुद्दा हाथ लग गया है। सत्र के दूसरे दिन विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्यों ने गाजियाबाद की लोनी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर के साथ पुलिस उत्पीड़न के मुद्दे को उठाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित को सदन की कार्यवाही आधा घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी।
बुधवार को सुबह 11 बजे विधानसभा मंडप में जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई सपा, बसपा और कांग्रेस के सदस्यों ने खड़े होकर हंगामा शुरू कर दिया। काफी संख्या में सदस्य वेल में पहुंच गए और विधायक नंद किशोर गुर्जर मुद्दे पर चर्चा की मांग विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित से करने लगे। मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने हंगामा कर रहे सदस्यों को खूब समझाने की कोशिश की लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी। हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित को सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया।
पहले दिन भी खूब हुआ हंगामा
विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन भी नागरिकता संशोधन कानून और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय व लखनऊ के नदवा कालेज में पुलिस के लाठीचार्ज को लेकर दोनों सदनों में खूब हंगामा हुआ। सपा और कांग्रेस के सदस्यों ने वेल में नारेबाजी की और सरकार विरोधी नारे लिखे हुए पोस्टर लहराए। बसपा सदस्य वेल में नहीं पहुंचे, लेकिन उन्होंने अपनी सीटों पर खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया। विधानसभा व विधान परिषद में हंगामे के चलते प्रश्नकाल भी नहीं हो सका। सदन की कार्यवाही आरंभ होने से पूर्व सपा विधायकों ने विधानभवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरना दिया।