सोमवार देर रात एटा एसएसपी सुनीलकुमार सिंह ने अपने अधीनस्थों के साथ मायापैलेस जीटी रोड से ठंडी सड़क, मेहता पार्क, अलीगंज तिराहा आदि होते हुए सीओ सिटी कार्यालय तक पैदल मार्च कर स्थिति का जायजा लिया तथा लोगों को उनकी सुरक्षा के लिए आश्वस्त किया। पैदल मार्च रात 12 बजे तक जारी था। उधर, समीपवर्ती कासगंज जिले में 2018 में गणतंत्र दिवस पर साम्प्रदायिक दंगा झेल चुका प्रशासन कहीं भी ढिलाई देता नजर नहीं आता। अलीगढ़ में एएमयू में हुए बवाल के बाद जिले में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। यह जिला पूर्व से जोन और सेक्टरों में विभाजित है। अब प्रशासन ने जोनल-सेक्टर व्यवस्था लागू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूर्व में बनाए गये 29 सेक्टर व 8 जोन प्रभावी कर पुलिस और प्रशासन ने वहां अलग-अलग जोन व सेक्टर मजिस्ट्रेटों को सक्रिय करने के साथ संवेदनशील स्थानों के अलावा मंदिर, मस्जिद व मिश्रित आबादीवाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बढ़ाई है।
अलीगढ़ की घटनाओं के बाद एटा-कासगंज में बढ़ी सतर्कता
एटा : सुदूर असम, बंगाल के बाद दिल्ली तथा निकटवर्ती अलीगढ़ में हुए बवाल के बाद जिले में अलर्ट तथा समीपवर्ती कासगंज जिले में हाईअलर्ट जारी किया गया है। प्रमुख स्थलों मिश्रित आबादीवाले क्षेत्रों में पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ सोमवार देर रात तक एसएसपी ने स्वयं अपने अधीनस्थों के साथ पैदल मार्च किया है। पुलिस व प्रशासन के अनुसार हालांकि एटा जनपद में कहीं भी तनाव के हालात नहीं हैं किन्तु सतर्कता के चलते प्रमुख चौराहों, स्थलों व संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है। हिन्दू-मुस्लिम मिश्रित जनसंख्या वाले क्षेत्रों में विशेष निगरानी की जा रही है। माना जा रहा है कि एएमयू में हुई छात्रों की छुट्टियों के बाद अपने-अपने घर लौट रहे छात्रों द्वारा अराजकता फैलाए जाने की आशंका से पुलिस द्वारा अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।