लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधान मंडल का शीतकालीन सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है। योगी सरकार पहले ही दिन सदन में अनुपूरक बजट पेश करेगी। वहीं विपक्षी दल सत्र के दौरान सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की रणनीति बना रहे हैं। शीतकालीन सत्र प्रारम्भ होने से पहले मंगलवार को ही सुबह दस बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी कैबिनेट की बैठक बुलाई है। इस बैठक में अनुपूरक बजट समेत कई प्रस्तावों पर कैबिनेट की मुहर लगेगी। इसके बाद सरकार विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश करेगी। मौजूदा वित्तीय वर्ष में योगी सरकार का यह दूसरा अनुपूरक बजट होगा।
विधान मंडल का शीतकालीन सत्र 17 से 20 दिसम्बर तक चलने की उम्मीद है। सत्र के संचालन को लेकर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सोमवार को कार्य-मंत्रणा समिति की बैठक की। श्री दीक्षित ने बताया की बैठक में 17 से 20 दिसम्बर तक घोषित कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि सदन में पहले दिन सरकार की तरफ से विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। नियम-103 के अंतर्गत सदन में प्रस्तुत चर्चाधीन प्रस्तावों पर भी पहले दिन चर्चा होगी। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि 18 दिसम्बर को निधन के निदेश लिए जाएंगे। अगले दिन 19 दिसम्बर को द्वितीय अनुपूरक बजट पर चर्चा, विचार एवं मतदान एवं विनियोग विधेयक का पुरःस्थापन, विचार एवं पारण होगा। इसके बाद 20 दिसम्बर को अन्य मदों के साथ विधेयकों के प्रस्तुतीकरण व पारण का कार्य सम्पन्न होगा। उन्होंने बताया कि आवश्यकतानुसार कार्यमंत्रणा समिति पुनः बैठेगी और जरुरत हुई तो सत्र की अवधि बढ़ाई जाएगी।
सर्वदलीय बैठक में सहयोग की अपील
सत्र के शांतिपूर्ण संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक भी बुलाई और सभी दलों के नेताओं से सहयोग की अपील की। इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना, समाजवादी पार्टी के नेता उज्जवल रमण सिंह, नेता बसपा विधान मण्डल दल लालजी वर्मा, कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना एवं अन्य सभी दलीय नेताओं ने अध्यक्ष को सदन चलाने में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने इस मौके पर सभी दल के नेताओं से कहा कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादाओं के अन्तर्गत रखें। उन्होंने सदन में व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप से भी बचने की अपील की।
बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सदन में सार्थक चर्चा होनी चाहिए, ताकि सदन में 01-01 मिनट का सदुपयोग हो। उन्होंने दलीय नेताओं से अपील की कि मुद्दो व तथ्यों पर एवं सभी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करें। मंगलवार से शुरू हो रहे उप्र विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। हालांकि, विपक्ष के नेताओं ने सर्वदलीय बैठक में सदन के शांतिपूर्ण संचालन के आश्वासन दिये हैं, लेकिन सभी दलों ने आज बैठक कर सदन के अंदर सरकार को घेरने की पूरी रणनीति तैयार की। विपक्ष कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा, नागरिकता संशोधन कानून और किसानों की समस्याओं जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है। वहीं, सत्तापक्ष भी विपक्ष को जवाब देने की रणनीति बनाने में जुटा है। इसके लिए आज देर शाम सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की भी बैठक हुई।