पूर्वोत्तर में सैन्य कार्रवाई की वायरल हो रही फर्जी खबरों पर जारी की एडवाइजरी
नई दिल्ली : भारतीय सेना ने पूर्वोत्तर राज्यों में अपनी कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ संदिग्ध लोगों द्वारा फैलाई जा रही फर्जी खबरों के प्रति लोगों से सावधान रहने की अपील की है। सेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शनिवार को एक पोस्ट जारी करते हुए कहा कि झूठी खबरें और दुष्प्रचार सोशल मीडिया पर कुछ अहितकर तत्वों द्वारा फैलाया जा रहा है। इस तरह की अफवाहों से बचें, झूठी खबरों को न सुने न देखें, न उस पर ध्यान दें। गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) कानून- 2019 को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों में विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) का समर्थन करने के लिए असम में सेना की 26 टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
असम के 10 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन अगले 48 घंटों के लिए बढ़ा दिया गया था। इस बीच, असम राइफल्स असम और त्रिपुरा के बाकी इलाकों में स्थिति का जायजा ले रही है। उल्लेखनीय है कि नागरिकता (संशोधन) कानून- 2019 में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, और बांग्लादेश से धार्मिक उत्पीड़न से आजिज आकर भागकर 31 दिसम्बर, 2014 तक भारत में आए हिंदू, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसी समुदाय के शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है।