ऑल असम छात्र संस्था (आसू) के आह्वान पर नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आरंभ हुए आंदोलन में कई संगठन हिस्सा ले रहे हैं। कुछ छुपे हुए तौर पर आंदोलन की आड़ में तोड़फोड़, हिंसा फैलाने जुटे हुए हैं। इस बात को आंदोलनकारी संगठन भी मान रहे हैं तथा प्रशासन भी इसको स्वीकार कर रहा है। आंदोलन के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूलों और कालेजों को आगामी 22 दिसम्बर तक बंद कर दिया गया है। सरकारी कामकाज भी पूरी तरह से ठप दिखाई दे रहा है। हिंसक आंदोलन को रोकने के लिए पुलिस लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग में गुवाहाटी में 3 तथा डिब्रूगढ़ में एक व्यक्ति की मौत होने की जानकारी सामने आई है।
गुवाहाटी समेत कई इलाकों में दिन के समय कर्फ्यू में ढील
गुवाहाटी : नागरिकता संशोधन कानून को लेकर राज्य में बुधवार से जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच शनिवार को हालात धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आ रहे हैं। हालांकि, अभी भी कुछ इलाकों में स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है। गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, जोरहाट, तिनसुकिया, तेजपुर आदि जिलों में आंदोलनकारियों के हिंसक प्रदर्शन के मद्देनजर बुधवार की शाम और गुरुवार को क्रमश: कर्फ्यू लगाया गया था। शनिवार को स्थिति में सुधार होते देख कर्फ्यू वाले इलाकों में दिन के समय प्रशासन ने कर्फ्यू में ढील दी है। इसकी वजह से छोटी दुकानें खुलीं हैं तथा सड़कों पर निजी वाहनों के साथ ही सार्वजनिक वाहनों की आवाजाही भी दिखाई देने लगी। कामरूप (मेट्रो) जिला प्रशासन ने गुवाहाटी में शनिवार की सुबह 9 से शाम 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी है। इसके चलते लोग अपने घरों से निकलकर खाने-पीने के सामानों की खरीदारी में जुट गए हैं। सड़कों पर सिटी बसों के सीमित संख्या में चलने से शहर में चहल-पहल धीरे-धीरे दिखाई देने लगी है। हिंसा प्रभावित डिब्रूगढ़ जिले में कर्फ्यू में सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक की रियायत दी गई है।