नॉर्थ ईस्ट में नागरिकता संशोधन कानून 2019 को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाबलों और आमलोगों के बीच हिंसक झड़प भी हो रही हैं। इस बीच मेघायल के राज्यपाल तथागत रॉय ने एक विवादित बयान दिया है। उनका कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून को न चाहने वाले उत्तर कोरिया चले जाएं।
नागरिकता संशोधन कानून के पक्ष में बोले तथागत रॉय
तथागत रॉय ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ‘लोकतंत्र अनिवार्य रूप से विभाजनकारी है। अगर आप इसे नहीं चाहते हैं तो उत्तरी कोरिया चले जाइए।’ राज्यपाल इस ट्वीट के जरिए परोक्ष रूप से नए नागरिकता कानून का समर्थन कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘विवाद के वर्तमान माहौल में दो बातों को कभी नहीं भूलना चाहिए। पहली- देश को कभी धर्म के नाम पर विभाजित किया गया था। दूसरी- लोकतंत्र अनिवार्य रूप से विभाजनकारी है। अगर आप इसे नहीं चाहते तो उत्तर कोरिया चले जाइए।’ बता दें कि नॉर्थ कोरिया में तानाशाही है। वहां तानाशाह किम जोंग-उन का शासन है। उत्तर कोरिया में किम जोंग उन की मर्जी के बिना कोई काम नहीं होता है।
हाथापाई में दो पुलिसकर्मी भी घायल
दरअसल, नॉर्थ ईस्ट में इन दिनों नागरिकता संशोधन कानून का जमकर विरोध हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने जब सुरक्षा का उल्लंघन करने की कोशिश की, तब उन पर लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हाथापाई में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इसके बाद प्रदर्शनकारी राज्यपाल से मांग कर रहे थे कि वह बाहरी लोगों के राज्य में प्रवेश पर अनिवार्य पंजीकरण के लिए प्रस्तावित अध्यादेश को अपनी सहमति दें और साथ ही केंद्र राज्य में इनर लाइन परमिट को लागू करें।