नई दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए शुक्रवार को स्थगित करने से पहले सत्र में हुई कार्यवाही का लेखाजोखा दिया। उन्होंने कहा कि कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान 140 तारांकित प्रश्नों के उत्तर दिए गए। सत्र में कुल 20 बैठकों में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 तथा विशेष सुरक्षा समूह(एसपीजी) सहित कुल 14 विधेयक पारित कराए गये और सदन के कामकाज में 115 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। ओम बिरला ने कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान 140 तारांकित प्रश्नों के उत्तर दिए गए। शून्यकाल के दौरान 934 लोकहित के मुद्दे उठाए और नियम 377 के अधीन 364 मामले उठाए गए। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान औसतन प्रतिदिन 7.36 प्रश्नों के उत्तर दिए गए। इसके अलावा प्रतिदिन औसतन 20.42 अनुपूरक प्रश्नों के उत्तर दिए गए और 27 नवम्बर को सभी 20 तारांकित प्रश्न सदन में लिए गए।
ओम बिरला ने कहा कि शीतकालीन सत्र में लोकसभा में 130 घंटे 45 मिनट तक कामकाज हुआ। 18 विधेयक लोकसभा में पेश किए गए, 14 विधेयकों को लोकसभा ने मंजूरी दी, जबकि 28 गैर सरकारी विधेयक पुन:स्थापित किए। सत्र के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर 28 घंटे 43 मिनट चर्चा चली। उन्होंने कहा कि इस सत्र में सदस्यों की क्षमता निर्माण की नई पहल की गई, जिसके तहत सदस्यों के लिए विधायी कार्यों को लेकर नौ ब्रीफिंग सत्र आयोजित किए गए। इसका उद्देश्य सभा के समक्ष महत्वपूर्ण विधायी कार्यों पर मुद्दों तथा विधेयक के संबंध में सदस्यों को जानकारी देना होता है। इस दौरान संबंधित मंत्रालय तथा विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहते हैं।