मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कानपुर से गंगा में गंदगी जाने को लेकर बड़ी चर्चा होती थी। इसके लिए शहर का नाम खराब होता था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना नमामि गंगे से अब यह दाग कानपुर से मिट गया है। वह प्रधानमंत्री के कानपुर आगमन की तैयारियों का जायजा लेने गुरुवार पूर्वाह्न आए थे।
गुरुवार पूर्वाह्न करीब 11:49 बजे मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर सीएसए कृषि विवि परिसर में बने हेलीपैड पर उतरा। यहां से वह सीधे अटल घाट पहुंचे और सीसामऊ नाले का निरीक्षण किया। वह आदित्यनाथ घाट से सीसामऊ नाले तक गए और वहां पर उन्होंने सेल्फी भी ली। गंगा में गिरने वाले नालों का भ्रमण के बाद वापस सीएसए कृषि विश्वविद्यालय पहुंचकर उन्होंने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक शुरू की। उनके साथ जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण, महापौर प्रमिला पांडे और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार भी हैं।
मौसम के अनुरूप करें तैयारी
बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन और गंगा काउंसिल की बैठक की तैयारियों के बाबत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मौसम गड़बड़ है, इसे देखते हुए तैयारियां की जाएं। प्रधानमंत्री के सड़क मार्ग के रूट का रिहर्सल कराया जाए। कई राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और वीवीआईपी आ रहे हैं, ऐसे में उनकी सुरक्षा और अगवानी में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। शहर में सफाई व्यवस्था बेहतर रहे। उन्होंने बैठक के लिए चिह्नित कमेटी हॉल का निरीक्षण किया और नमामि गंगे की ओर से तैयार किए जा रहे प्रदर्शनी स्थल को भी देखा। मुख्यमंत्री दोपहर करीब 1.48 बजे रवाना हो गए।
14 दिसंबर को कानपुर आ रहे प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (एनएमसीजी) के अंतर्गत कार्यों को देखने के लिए 14 दिसंबर को कानपुर आगमन प्रस्तावित है। इसी क्रम में शासन और प्रशासन के उच्च पदस्थ अधिकारी अटल घाट पर तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। यहां पर प्रधानमंत्री पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ गंगा की स्थिति देखेंगे और स्वच्छता पर मंथन करेंगे। पहले की तरह गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए बैठक में गंगा एक्शन प्लान भी तैयार किया जा सकता है, यह कार्ययोजना गोमुख से गंगा सागर तक लागू किए जाने की संभावना है।
प्रधानमंत्री को प्रदर्शनी के माध्यम से कानपुर की उपलब्धियों को दिखाने की भी तैयारी है। इसमें आइआइटी, सीएसए, आइआइपीआर, एचबीटीयू, एलिम्को के शोध, प्रोजेक्ट और उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। चकेरी एयरपोर्ट पर आने के बाद प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) पहुंचेंगे। यहां से उनका काफिला अटल घाट पहुंचेगा, जहां गंगा की स्वच्छता पर मंथन होगा।