डॉ.शर्मा ने बताया कि परीक्षा केंद्र बनाये गये स्कूलों में लगाये जा रहे सीसीटीवी कैमरा और राउटर आदि परीक्षा खत्म होने के बाद भी वहां लगे रहेंगे। आगामी सत्रों में इनके माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति की जानकारी ली जायेगी। इसके साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षकों के लेक्चर को भी विद्यार्थियों को ऑनलाइन सुनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि अच्छे शिक्षकों के लेक्चर रिकॉर्ड कर स्कूलों में ऑडियो-विजुअल माध्यम से पढ़ाये जाने की भी योजना है। डा0 शर्मा ने बताया कि अगले पांच साल में प्रदेश के सभी स्कूलों में गणित व अंग्रेजी की स्मार्ट क्लास शुरु किये जायेंगे। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के प्राथमिक से लेकर इंटर तक की कक्षाओं में नवाचारी विचार और तकनीक के माध्यम से सकारात्मक परिवर्तन के लिए राज्य में पहली बार 11 और 12 दिसम्बर को राजधानी में स्कूल समिट का आयोजन हो रहा है। उन्होंने बताया कि सम्पर्क फाउंडेशन ने शिक्षा के क्षेत्र में उन्नयन के लिये 100 करोड़ रुपये के निवेश का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि यह संस्था लगभग 10 हजार स्कूलों में नवाचार को बढ़ावा देगी।
अबकी मात्र 14 दिनों में संपन्न होंगी यूपी बोर्ड की परीक्षाएं, 18 फरवरी से शुरुआत : डॉ.दिनेश शर्मा
लखनऊ : प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने मंगलवार को यहां बताया कि सत्र 2020 के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) द्वारा संचालित हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 18 फरवरी से प्रारंभ हो रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक ये परीक्षाएं ढाई महीनों में पूरी होती थीं, लेकिन इस बार केवल 14 दिनों में ही सम्पन्न होंगी। डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि पिछले चार वर्षों में इस बार सबसे कम 7786 स्कूल परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में मैनुअल विधि से जनपदीय समिति द्वारा प्रदेश भर में 11414 परीक्षा केंद्र निर्धारित किये गये थे। वहीं 2018 में साफ्टवेयर के माध्यम से बोर्ड द्वारा 8549 परीक्षा केंद्र बने थे। वर्ष 2019 में परीक्षा केंद्रों की संख्या 8354 थी। उप मुख्यमंत्री जो प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंत्री भी हैं, ने बताया कि इस बार बोर्ड की परिक्षाओं की आनलाइन मानीटरिंग होगी। इसके कारण हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। उन्होंने बताया कि पहली बार राउटर वेबकास्टिंग भी कराई जाएगी।