प्रक्षेपण से पूर्व इसरो अध्यक्ष डॉ.सिवन ने तिरुपति बालाजी मंदिर में किये दर्शन
चित्तोर (आंध्र प्रदेश) : पीएसएलवी-सी48 के प्रक्षेपण से पूर्व भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संघठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ. सिवान ने मंगलवार की सुबह तिरुपति बालाजी मंदिर में भगवन का दर्शन कर पूजा-अर्चना की है। उन्होंने पीएसएलवी-सी48 के मॉडल को भगवान का समर्पित कर सफलता की कामना की। इस प्रक्षेपण के माध्यम से देश के सबसे नये जासूसी उपग्रह आरआईएसएटी-2बीआर1 के साथ चार देशों केे नौ उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जायेगा। इस मौके पर पत्रकारों से वार्ता के दौरान डॉ. सिवन ने बताया कि बुधवार को होने वाले पीएसएलवी-सी48 के प्रक्षेपण की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। डॉ. सिवान ने बताया कि यह प्रयोग ऐतिहासिक होगा। यह पीएसएलवी के वाहन के जरिये 50वां व श्रीहरिकोटा से 75वां प्रयोग होगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार की दोपहर के बाद इस प्रक्षेपण की उलटी गिनती शुरू होगी।
उन्होंने बताया कि इसरो पीएसएलवी -सी48 को 11 दिसंबर को भारतीय समयानुसार 3.25 बजे लॉन्च करेगा। यह उपग्रह मुख्यरूप से बल्बनुमा पेलोड फेयरिंग की विशेषता से लैस है, जिसमें आरआईएसएटी- 2बीआर1 और नौ अन्य उपग्रह हैं। इस उपग्रह को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जायेग। इस उपग्रह में इजराइल, इटली व जापान का एक-एक और अमेरिका के छह उपग्रह होंगे। इस उपग्रह के जरिए इस्राइल के तीन स्कूली छात्रों के डिजाइन कियेे गयेे उपग्रह ‘डूचीफैट-3’ को भी पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। छात्रों के अनुसार यह एक फोटो सैटेलाइट है, जिसका काम पृथ्वी के वातावरण का अध्ययन होगा, इसका लाभ किसान को मिलेगा।