बिहार पुलिस के सिविल डिफेंस विभाग के एडीजी एके अंबेडकर की मां धर्मशीला देवी से नीतीश कुमार नाम के एक युवक ने पटना में भूतनाथ रोड स्थित आवास के बाहर 10 जुलाई को चेन लूटने का असफल प्रयास किया. इस घटना के बाद से ही मुख्य आरोपी नीतीश फरार था लेकिन पटना पुलिस ने आखिरकार मंगलवार देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया.
10 जुलाई की घटना के बाद से ही पटना पुलिस एडीजी की मां के साथ हुई इस घटना को लेकर आरोपी की पहचान कर लगातार छानबीन कर रही थी और उसे आखिरकार सफलता तब मिली जब नीतीश कुमार ने oLX पर अपनी बाइक बेचने का विज्ञापन लगाया. ग्राहक बनकर पुलिस ने उससे संपर्क साधा और बुधवार को उसे मीठापुर बस स्टैंड बुलाकर गिरफ्तार कर लिया.
जांच के दौरान आरोपी नीतीश ने बताया कि वह मधुबनी जिले के हरलाखी का रहने वाला है. उसके पिता नेपाल के बीरगंज में एक दुकान चलाते हैं. उसने बताया कि एडीजी की मां का चेन लूटने के असफल प्रयास के बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही थी और वह अपनी बाइक बेचकर नेपाल भागने की फिराक में था.
नीतीश ने बताया कि इससे पहले भी कई बार उसने चेन स्नेचिंग की घटना को पटना और वाराणसी में अंजाम दिया है और इस धंधे में उसके दो साथी भी शामिल हैं. आरोपी ने बताया कि वह अपनी गर्लफ्रेंड को महंगे तोहफे खरीदने और खुश करने के लिए चेन स्नैचिंग की घटना को अंजाम देता था. चेन स्नैचिंग की घटना में वह पहले भी गिरफ्तार हो चुका है और जेल जा चुका है.
जानकारी में यह बात भी सामने आई कि नीतीश कुमार पंजाब विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था लेकिन 3 साल के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी और चेन लूटने के धंधे में संलिप्त हो गया.
नीतीश को गिरफ्तार कर पटना पुलिस ने उसे बेउर जेल भेज दिया है. गौरतलब है कि 10 जुलाई को एडीजी अंबेडकर की मां की चेन लूटने के असफल प्रयास के दौरान नीतीश उन्हें धक्का देकर भागा था. जिसमें धर्म शिला देवी का हाथ टूट गया था.