नई दिल्ली : अयोध्या मामले पर हिन्दू पक्ष ने सोमवार को पहली पुनर्विचार याचिका दायर की गई है। यह याचिका अखिल भारत हिन्दू महासभा ने दायर की है। याचिका में कहा गया है कि कोर्ट मुसलमानों को दी गई पांच एकड़ जमीन वापस ले और बाबरी विध्वंस को गैरकानूनी बताने की टिप्पणी को हटाए। याचिका में मांग की गई है कि फैसले में बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर की गई सख़्त टिप्पणियों को हटाया जाए। याचिका में कहा गया है कि इन टिप्पणियों से निचली अदालत में चल रहा ट्रायल प्रभावित होगा। अयोध्या मामले पर मुस्लिम पक्ष की ओर से छह पुनर्विचार याचिकाएं दायर की गई हैं।
मुस्लिम पक्ष की याचिकाओं में कहा गया है कि फैसला 1992 में मस्जिद ठहाए जाने को मंजूरी देने जैसा है। कोर्ट ने अवैध रुप से रखी गई मूर्ति के पक्ष में फैसला सुनाया। याचिका में कहा गया है कि अवैध हरकत करनेवाले को जमीन दी गई। मुसलमानों को 5 एकड़ जमीन देने का फैसला पूरा इंसाफ नहीं कहा जा सकता है। याचिका में सुप्रीम कोर्ट के 9 नवम्बर के फैसले पर दोबारा विचार करने की मांग की गई है।