नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने रानी झांसी रोड स्थित फिल्मीस्तान के नजदीक अनाज मंडी अग्निकांड के सिलसिले में रविवार शाम फैक्टरी के मालिक रिहान और मैनेजर फुरकान को गिरफ्तार कर लिया। इस फैक्टरी में सुबह लगी आग में 43 लोगों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी उत्तरी जिले की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आईपीसी की धारा 304 (गैरइरातन हत्या) का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा रिहान के एक भाई को भी हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। रिहान से पूछताछ कर इस बात का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि उसने ऊपरी मंजिलों को कितने लोगों को किराये पर दिया था। किरायेदारों की पहचान होने के बाद उन लोगों पर भी कार्रवाई की जा सकती है। उधर, अनाज मंडी निवासी अर्जुन कुमार ने बताया कि पहले पूरे इलाके में अनाज का कारोबार होता था लेकिन समय के साथ चीजें बदलती चली गईं। अब यह इलाका सैलून उपकरणों की सबसे बड़ी मार्केट है।
पूरे भारत में सैलून के आधुनिक उपकरणों की यहां से आपूर्ति होती है। जिस बिल्डिंग में हादसा हुआ वहां पर पहले दाल का कारोबार होता था। 10-12 साल पूर्व रिहान के पिता मोहम्मद रहीम ने 600 गज के प्लॉट को खरीदकर वहां पर अपनी फैक्टरी लगाई थी। कुछ साल पहले उनकी मौत हो गई। मरने से पहले रहीम ने प्लॉट को तीन हिस्सों में अपने बेटों शान-ए-इलाही, रिहान और इमरान के बीच बांट दिया। तीनों भाई रानी झांसी रोड पर ही चिमली वाली गली में रहते हैं। इन लोगों ने कुछ हिस्से को अपने पास रखकर वहां बैग बनाने, पैकिंग करने वाले लोगों को बिल्डिंग का बड़ा हिस्सा किराये पर दे दिया। बड़े-बड़े हॉल में कारखाने वाले ज्यादा से ज्यादा मजदूरों को रखकर काम करवाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पूरी 600 गज की इस इमारत के तीन हिस्सों में 300 से 350 लोग मौजूद थे। आग लगने वाली इमारत में ही 100 से अधिक लोग थे। हादसे में 43 की मौत हो गई, जबकि 21 लोग जख्मी हो गए।