नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भगोड़ा नीरव मोदी की संपत्ति जब्त करनी की तैयारी में है। ईडी ने पहले ही उन संपत्तियों की पहचान कर ली है, जिन्हें आसानी से बेचा जा सकता है। इसको लेकर विशेष पीएमएलए कोर्ट जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की याचिका पर सुनवाई करके हरी झंडी दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय नीरव के 2,400 करोड़ रुपये की सपत्ति को नीलामी के लिए अटैच की है। कोर्ट जिन संपत्तियों को नीलाम करने का आदेश दे सकती है, उनमें मुम्बई के वर्ली स्थित समुद्र महल बिल्डिंग में चार फ्लैट और काला घोड़ा में स्थित रिथम हाउस प्रमुख है । इसके अलावा कंपनी फायरस्टार डायमंड के मुम्बई और जयपुर कार्यालय और 500 करोड़ रुपये से अधिक के आभूषण भी बिक्री के लिए रखे जा सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले की अगली सुनवाई 10 जनवरी को होगी, जहां ईडी उन संपत्तियों से संबंधित विवरण कोर्ट में दाखिल करेगा जहां किसी का कोई दावा नहीं है। उल्लेखनीय है कि नीरव मोदी को पंजाब नेशनल बैंक द्वारा 2011-18 के बीच जारी किए गए लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग के लगभग 25,000 करोड़ रुपये में से लगभग 6,000 करोड़ रुपये अभी भी बकाया है। हाल ही में, यूनाइटेड किंगडम की अदालत ने नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। विजय माल्या के बाद भगोड़े आर्थिक अपराधी के रूप में टैग किए जाने वाले मोदी दूसरे व्यक्ति हैं। हालांकि, माल्या की जब्त की गई संपत्तियों की बिक्री की प्रक्रिया अभी भी अदालत में अटकी हुई है।