संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) में शुक्रवार को कांग्रेस ने उन्नाव मामले को उठाया जिसपर जोरदार हंगामा हुआ और कांग्रेस सांसद लोकसभा से वाकआउट कर गए। बता दें कि सदन में हैदराबाद दुष्कर्म व हत्या मामले पर पुलिस की कार्रवाई की सराहना की गई।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘उन्नाव पीडि़ता 95 फीसद जली हुई है, देश में क्या हो रहा है? एक ओर राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और दूसरी ओर सीता मैया को जलाया जा रहा है।कैसे अपराधी इतने हौसला कर रहे हैं?’ स्मृति इरानी ने इसका जवाब देते हुए सदन में कहा, ‘पश्चिम बंगाल से हमारे एक सांसद इसे मंदिर से जोड़ रहे हैं लेकिन मालदा में हुए दुष्कर्म के अपराध को नहीं देख रहे हैं। उन्नाव हैदराबाद में जघन्य अपराध हुआ। उन्नाव पर बोलने वाले मालदा पर चुप क्यों।’
केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने लोकसभा में विपक्षी सांसदों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘आप यहां आज चीख रहे हैं इसका मतलब है कि आप नहीं चाहते कि मुद्दों के बारे में महिलाएं बात करें। पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में जब दुष्कर्म को राजनीतिक हथियार के तरह इस्तेमाल किया जा रहा था तब आप चुप थे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘महिला सुरक्षा को राजनीतिक रंग न दिया जाए।’
सदन में दिल्ली से भाजपा सांसद मिनाक्षी लेखी ने कहा, ‘हैदराबाद में कानूनी प्रक्रिया का पालन हुआ। जो भी हुआ वह बिल्कुल ठीक हुआ। पुलिस के पास हथियार सजावट के लिए नहीं है। आप अपराध भी करेंगे और हथकड़ी खोलकर भागने का प्रयास भी करेंगे।’
शिवसेना के अरविंद सावंत ने लोकसभा में कहा,’महिला के खिलाफ हो रहे अपराध को लेकर एक कानून के गठन की आवश्यकता है ताकि ऐसे अपराधों की सुनवाई सीधे सुप्रीम कोर्ट में हो सके। फिलहाल ऐसे मामलों की सुनवाई निचले अदालत से शुरू होती है और मामला चलता रहता है। मैं आपसे (स्पीकर) इसके लिए कमिटी बनाने की अपील करता हूं।’
संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने संसद में प्याज की महंगी कीमतों पर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं उत्तर प्रदेश में कानून और व्यवस्था मामले पर कोडिकुन्नील सुरेश ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। कांग्रेस सांसद मधुसूदन मिस्त्री ने वर्ष 2019-20 के लिए MPLAD फंड के रिलीज न करने पर राज्यसभा में जीरो आवर नोटिस है।