विपक्ष ने सरकार को घेरा, सपा ने मांगा डीजीपी का इस्तीफा, प्रियंका ने भाजपा पर बोला हमला
लखनऊ : दबंगों के दुस्साहस ने उन्नाव को एक बार फिर शर्मसार कर दिया है। जेल से छूटकर आरोपित ने अपने साथियों के साथ मिलकर दुष्कर्म पीड़ित को खेत में जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की। पीड़ित को गंभीर हालत में लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया है। पीड़ित का कुछ माह पूर्व रायबरेली में दुष्कर्म हुआ था। वहीं पर केस चल रहा है। इस घटना को लेकर सपा और कांग्रेस ने भाजपा को घेरा है। गुरुवार सुबह पीड़िता केस की सुनवाई के लिए रायबरेली के लिए घर से निकली। दुष्कर्म पीड़िता गांव भाटन खेड़ा में पैदल रेलवे स्टेशन जा रही थी। आरोपित और उसके साथियों ने पीड़ित के ऊपर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी। अधिकारियों के मुताबिक पीड़ित 60-70 फीसदी तक झुलस गई है। पीड़ित ने पांच आरोपितों के नाम बताए हैं। पुलिस ने सभी आरोपिताें को हिरासत में ले लिया है।
23 साल की पीड़ित ने इसी साल मार्च में दो लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। जिन तीन लोगों को पकड़ा गया है, उनमें एक वह भी शामिल है, जिसके खिलाफ पीड़ित ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विक्रम वीर ने बताया कि हमें सुबह सूचना मिली थी। उसने आरोपितों के नाम बता दिए हैं। इस मामले में आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम बनाई और सभी को पकड़ लिया गया। पीड़ित के परिजनों का कहना है कि पहले भी कई बार आरोपिताें ने धमकी दी थी। इसकी सूचना थाने पर दी गयी थी लेकिन शुरुआत में पुलिस ने अनसुना कर दिया। इससे आरोपितों के हौसले बढ़ गये और उन्होंने इस ताजा घटना को अंजाम दे दिया। इस घटना के बाद लोगों में आक्रोश है।
इस घटना के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने आक्रोश जताया है। उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा है कि कल देश के गृहमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साफ-साफ झूठ बोला कि यूपी की कानून व्यवस्था अच्छी हो चुकी है। हर रोज ऐसी घटनाओं को देखकर मन में रोष होता है। भाजपा नेताओं को भी अब फर्जी प्रचार से बाहर निकलना चाहिए। वहीं सपा के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया, “उन्नाव में दुष्कर्म पीड़ित को जिंदा जलाने के प्रयास हत्या प्रदेश के जंगलराज का परिणाम! शर्म करें मुख्यमंत्री। तत्काल प्रभाव से डीजीपी इस्तीफा दें। जांच का ड्रामा नहीं कठोरतम दंडनात्मक कार्रवाई चाहिए। बेटी के उच्चतम उपचार की व्यवस्था, सुरक्षा की व्यवस्था करे सरकार।”