लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश के मशहूर उद्योगपति राहुल बजाज के बयान पर मंगलवार को अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि लोगों के अधिकार छीने जा रहे हैं। लोकतांत्रिक संस्थान खतरे में हैं। अब उद्योगपति भी अपनी चिंता व्यक्त कर रहे हैं। हर तरफ डर का माहौल है। जब तक देश में स्वस्थ माहौल नहीं बनेगा, तब तक अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं होगा। अखिलेष यादव ने कहा कि हैदराबाद सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड पर सख्त और प्रभावी कार्रवाई के साथ तेजी से सुनवाई की जरूरत है। उन्होंने पुलिस प्रणाली में सुधार की भी जरूरत बताई।
दिल्ली के निर्भया कांड से लेकर हैदराबाद की डॉक्टर कांड तक सरकारों का संवेदनहीन रवैया ही सामने आता है। कानून व्यवस्था बनाए रखने पर करोड़ों का बजट खर्च करने वाली सरकार क्या दिन या रात में बेटियों-बहुओं का घर से बाहर निकलना सुरक्षित नहीं बना सकती। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के कथित प्रचारक सत्ता में रहते हुए भी अमानवीय घटनाओं पर रोक लगाने में विफल हैं। अभियोजन पक्ष तो और भी कमजोर है जिसका अपराधी फायदा उठाते हैं। इसमें सत्ता पक्ष की नीतियां दोषी हैं।
चुनाव में गठबंधन के लगातार नाकाम प्रयोग से सबक लेते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने अब किसी के साथ गठबंधन नहीं करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी 2022 में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और उत्तर प्रदेश में सरकार बनायेगी। अखिलेश का यह बयान उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल यादव के लिए झटका माना जा रहा है। शिवपाल ने कुछ दिनों पहले कहा था कि हम सपा से गठबंधन को तैयार हैं। कुछ भी हो मुख्यमंत्री अखिलेश ही बनेंगे।
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर पुनर्विचार याचिका दाखिल किए जाने पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि यह एक संवैधानिक अधिकार है। यदि कोई इस फैसले से संतुष्ट नहीं है तो उसके पास पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का अवसर होता है। गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस की एसपीजी और मेरी एनएसजी हटाई गई, मुझे और कुछ नहीं कहना है।